Unnao News: रेलवे स्टेशन के दो वाटर कूलर नहीं बुझा पा रहे हजारों यात्रियों की प्यास, यात्री गर्म पानी पीने को हो रहे मजबूर

उन्नाव रेलवे स्टेशन के दो वाटर कूलर नहीं बुझा पा रहे हजारों यात्रियों की प्यास

Unnao News: रेलवे स्टेशन के दो वाटर कूलर नहीं बुझा पा रहे हजारों यात्रियों की प्यास, यात्री गर्म पानी पीने को हो रहे मजबूर

उन्नाव, अमृत विचार। रेल यात्रियों को सुविधाएं उपलब्ध कराने के दावे उन्नाव मुख्यालय स्थित रेलवे स्टेशन पर हवा-हवाई साबित हो रहे हैं। स्टेशन से प्रतिदिन गुजरने वाली एक सैकड़ा से अधिक यात्री ट्रेनों से सफर करने वाले यात्रियों को पीने को ठंढ़ा पानी भी मयस्सर नहीं हो पाता है, क्योंकि प्लेटफार्म नंबर-एक, दो तीन पर मात्र तीन टोटियां ही वाटर कूलर से जुड़ी हैं। मात्र दो मिनट के स्टापेज के दौरान यात्रियों को दिन में ही नहीं देर रात तक सामान्य टोटियों से निकलने वाला गर्म पानी भरने को मजबूर होना पड़ता है।

बता दें उन्नाव स्टेशन से कई इंटर सिटी एक्सप्रेस के अलावा अन्य राज्यों को जोड़ने वाली तमाम लंबी दूरी सहित नजदीकी स्टेशनों के बीच आवागमन की सुविधा उपलब्ध कराने वाली ट्रेनें यहां दो मिनट का ठहराव लेती हैं। कुछ पैसेंजर ट्रेन को छोड़कर अन्य यात्री गाड़ियों में 18 से 24 कोच जुड़े होते हैं।

गर्मी के मौसम में खास और आम सभी यात्रियों को सबसे अधिक आवश्यकता पीने के लिये ठंढ़े पानी की होती है, लेकिन रेल प्रशासन ने स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर फुट ओवर ब्रिज के बगल में और प्लेटफार्म नंबर दो व तीन पर ब्रिज के पास ही यात्री शेड के नीचे वाटर कूलर स्थापित करा रखे हैं। इन दो वाटर कूलर से जुड़ी टोटियों से पीने का ठंढ़ा पानी निकलता है, लेकिन सामान्य टोटियां पूरे दिन ही नहीं देर रात तक गर्म पानी देती रहती हैं।

अक्सर तो लंबी दूरी के यात्री वाटर कूलर से अनभिज्ञ रहते हैं। वहीं जानकार भी ट्रेन छूटने के भय से वाटर कूलर से ठंढ़ा पानी भरने की हिम्मत नहीं जुटा पाते हैं। यात्रा के दौरान 20 रुपये की पानी की बोतल खरीदने की सामार्थ्य न रखने वाले अधिकांश रेल यात्रियों को स्टापेजके दौरान ट्रेन से उतरकर गर्म पानी ही अपनी बोतलों में भरना आम बात है।

आईओडब्ल्यू हर्ष के मुताबिक उच्चाधिकारियों के निर्देश पर उपलब्ध वाटर कूलर में पाइप लाइन के कनेक्शन देकर चालू कराये जा चुके हैं। संबंधित वाटर कूलर अधिक आवश्यता वाले तीनों प्लेटफार्म पर यात्रियों को क्षमता के मुताबिक ठंढ़ा पानी उपलब्ध करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि अमृत स्टेशन योजना के अंतर्गत निर्माण कार्य शुरू करने से पहले ध्वस्तीकरण किया जाना है। इसके बाद ही शीतल जल संबंधी प्रबंधन देखने वाली विंग यहां संसाधन उपलब्ध करायेगा।

फेल हुई वाटर वेंडिंग योजना

कुछ वर्ष पहले रेल उच्चाधिकारियों ने उन्नाव स्टेशन के तीन प्लेटफार्मों को लाभांवित कराने के लिये वाटर वेंडिंग मशीन उपलध करायी थी, लेकिन ठंढ़े पानी के पर्याप्त भंडारण की सुविधा न उपलब्ध होने से पांच रुपये में एक लीटर ठंढ़ा पानी मुहैया कराने की योजना फेल साबित हुयी। जिससे ठेका लेने वाले काम छोड़कर चले गये। लंबे समय तक एक, दो व तीन नंबर प्लेटफार्म पर रखी रहने के बाद उच्चाधिकारियों ने मशीनें उठवा लीं। हालांकि इस संबंध में आईओडब्ल्यू ने अनमिज्ञता जतायी है। उन्होंने कहा कि वाटर वेंडिंग मशीनों के संबंध में मंडलीय कार्यालय से ही जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

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