किच्छा: लिफ्ट का बहाना बनाकर बाइक स्वामी के साथ दो युवकों ने की मारपीट एवं लूटपाट

किच्छा: लिफ्ट का बहाना बनाकर बाइक स्वामी के साथ दो युवकों ने की मारपीट एवं लूटपाट

किच्छा, अमृत विचार। कोतवाली अंतर्गत निजी कंपनी में ऑपरेटर पद पर कार्यरत कर्मचारी के साथ गांव के परिचित दो युवकों ने  लिफ्ट लेने का बहाना बनाकर पीड़ित  युवक के साथ मारपीट कर उसे घायल कर दिया। पीड़ित ने आरोपियों पर सोने की चैन, घड़ी तथा पर्स लूटने का आरोप लगाया है।
 
घटना के बाद सभी आरोपी युवक को घायल अवस्था में खेत में छोड़कर फरार हो गए। राहगीरों  द्वारा युवक को गंभीर अवस्था में इलाज के लिए सरकारी अस्पताल पहुंचाया गया। कई महीने इलाज कराने तथा घटना के करीब साढ़े महीने बाद न्यायालय के निर्देश पर पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है।
 
न्यायालय के निर्देश पर दर्ज रिपोर्ट में ग्राम खिरनी, पोस्ट मुड़िया नबी बख्श, तहसील बहेड़ी, जिला बरेली, उत्तर प्रदेश निवासी राज मोर्य पुत्र नन्हें लाल मौर्य ने बताया कि वह कोतवाली अंतर्गत ग्राम लालपुर स्थित जी- हैक कंपनी में ऑपरेटर पद पर कार्यरत था। विगत 4 अक्टूबर 2023 को पीड़ित राज मौर्य अपने गांव स्थित निवास से मोटर साइकिल पर कंपनी में ड्यूटी करने जा रहा था। इसी दौरान ग्राम निवासी मंजेश मौर्य एवं सनी मौर्य ने रुद्रपुर जाने की बात कह कर पीड़ित से बाईक पर साथ ले जाने का आग्रह किया।
 
पीड़ित के अनुसार ग्राम निवासी तथा परिचित होने के चलते पीड़ित ने दोनों युवकों को लालपुर तक बाइक पर बिठा लिया। पीड़ित ने बताया कि किच्छा पहुंचने पर मंजेश मौर्य और सनी मौर्य ने पैसे देने की मांग की तथा पीड़ित के मना करने पर दोनों आरोपियों ने बेनी मजार के निकट जबरन बाइक को रुकवा कर पीड़ित की जेब से पैसे निकालने का प्रयास किया। पीड़ित के विरोध करने पर  दोनों आरोपी पीड़ित को जबरन खींचते हुए खेत में ले गए और बुरी तरह मारपीट करने के बाद जान से मारने की नीयत से ईंट /पत्थर से वार कर पीड़ित को गंभीर रूप से घायल कर दिया।
 
घटना में पीड़ित के माथे की हड्डी टूट गई तथा दोनों आरोपी गले में पड़ी सोने की चैन, पर्स तथा घड़ी लूटकर मौके से फरार हो गए। पीड़ित ने बताया कि रोड एक्सीडेंट की घटना समझकर राहगीरों द्वारा उसे गंभीर अवस्था में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां कई दिनों तक गंभीर अवस्था में पीड़ित का इलाज जारी रहा।
 
स्थानीय पुलिस को शिकायत दिए जाने के बाद कोई कार्यवाही न करने का आरोप लगाते हुए पीड़ित ने न्यायालय में शरण ली। फिलहाल न्यायालय के निर्देश पर पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है।