कुशीनगर: कप्तानगंज चीनी मिल का खुला ताला, चलने की जगी आस

कुशीनगर: कप्तानगंज चीनी मिल का खुला ताला, चलने की जगी आस

कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में कानूनी प्रक्रिया के तहत कप्तानगंज चीनी मिल का ताला खुलने से किसानों की उम्मीदों को पंख लगे हैं। गन्ना मूल्य बकाया के बाद चीनी मिल को तहसील प्रशासन ने सील कर दिया था और नीलामी की तैयारी चल रही थी। चीनी मिल प्रबंधन द्वारा भुगतान का दावा करने पर उच्च न्यायालय के नीलामी के आदेश पर रोक लगाई जिससे किसानों में मिल चलने की आस जगी है।

अगले सत्र में चीनी मिल चलाने के लिए मरम्मत कराने के लिए जिला प्रशासन के आदेश पर तहसील प्रशासन ने कानूनी प्रक्रिया के तहत चीनी मिल का ताला गुरुवार को खोल दिया। अब किसानों को चीनी मिल चलने की उम्मीद है। कप्तानगंज चीनी मिल पर पेराई सत्र 2021-22 का किसानों का करोड़ों रुपये गन्ना मूल्य का बकाया भुगतान नहीं होने पर किसानों ने आंदोलन शुरू कर दिया।

मामला बढ़ता देख तहसील प्रशासन ने कानूनी प्रक्रिया को अपनाते हुए जुलाई वर्ष 2023 में चीनी मिल को सील कर दिया और मिल प्रबंधन को नोटिस जारी कर नीलामी की प्रक्रिया शुरू कर दी, ताकि इसे बेचकर गन्ना किसानों का बकाया भुगतान किया जा सके।

चीनी मिल प्रबंधन ने हाईकोर्ट में किसानों का संपूर्ण बकाया भुगतान अप्रैल महीने तक किश्तों में करने की बात अधिवक्ता के माध्यम से रखी थी जिसके बाद हाईकोर्ट ने नीलामी पर रोक लगाने का आदेश दिया।

एसडीएम विकास चंद ने बताया कि चीनी मिल प्रबंधन किसानों का अप्रैल तक बकाया भुगतान कर देगा। हाईकोर्ट में लिखित तौर पर यह कहा गया है। अगले पेराई सत्र के लिए चीनी मिल में लगे उपकरणों के मरम्मत के लिए ताला खोला गया है।

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