Moradabad : फुलवन मा महक तुम्हीं से है...स्वयं सहायता समूह बनाकर दो महिलाओं ने फूलों की खेती से बदली दर्जनों महिलाओं की किस्मत

Moradabad : फुलवन मा महक तुम्हीं से है...स्वयं सहायता समूह बनाकर दो महिलाओं ने फूलों की खेती से बदली दर्जनों महिलाओं की किस्मत

फूल के खेत में स्वयं सहायता समूह की पिंकी व समूह की सदस्य महिलाएं।

विनोद श्रीवास्तव, अमृत विचार। समाज की बेड़ियां तोड़कर मुरादाबाद जिले के उमरा गोपालपुर की पिंकी व पूनम स्वयं सहायता समूह के जरिए राष्ट्रीय व राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़कर फूलों की महक बिखेर रही हैं। इनके समूह द्वारा उगाए फूलों की बिक्री मुरादाबाद, बरेली, दिल्ली व उत्तराखंड की मंडी में होती है।

पिंकी ने कभी स्कूल का मुंह नहीं देखा था। लेकिन, उन्होंने इसे अभिशाप नहीं बनने दिया। समूह सखी का सानिध्य पाकर उन्होंने उत्तर प्रदेश राज्य आजीविका मिशन के माध्यम से शिव स्वयं सहायता समूह गठित किया। घर की दहलीज से बाहर कदम निकाला तो पति ने भी संबल दिया। आज उनके समूह में 11 महिलाएं जुड़ी हैं। उनके खेत में उगे फूलों की बिक्री मुरादाबाद, बरेली के साथ उत्तराखंड के बाजारों में हो रही है। पिंकी बताती हैं कि वह चार बीघा क्षेत्रफल में गेंदा, जाफरी व मार्गेट के फूलों खेती कर रही हैं।

पिंकी की तरह ग्राम पंचायत उमरा गोपालपुर में स्नातक शिक्षित पूनम सैनी भी महिलाओं के लिए नजीर हैं। घर की डांवाडोल आर्थिक स्थिति बदलने के लिए उन्होंने खुद को सशक्त करने की ठानी। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़कर अटल बिहारी वाजपेयी स्वयं सहायता समूह गठित किया। फूलों की खेती शुरू की। इसके बाद गांव में समूह सखी की भूमिका निभाकर दो अन्य समूहों का गठन कराया। पूनम बताती हैं कि गेंदा, सजावटी गेंदा, गुलाब, गुलदावरी आदि फूलों को अब गांव में ही ट्रांसपोर्ट के जरिए बिक्री के लिए गाजियाबाद, दिल्ली, बरेली, मुरादाबाद की मंडी में भेजा जाता है।

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