अमेरिकी सांसद ने बांग्ला हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचारों को बताया खतरनाक अस्थिरता, यूनुस सरकार से की तत्काल कार्रवाई की मांग

Amrit Vichar Network
Published By Anjali Singh
On

वाशिंगटन। अमेरिका में एक डेमोक्रेट सांसद ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के एक व्यक्ति की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या करने की निंदा करते हुए बांग्लादेश प्रशासन से धार्मिक अल्पसंख्यकों की रक्षा करने का आग्रह किया है। इलिनॉइस के डेमोक्रेट सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने सोमवार को कहा कि वे बांग्लादेश में खतरनाक अस्थिरता के बीच दीपू चंद्र दास की लक्षित हत्या से "स्तब्ध" हैं। 

कृष्णमूर्ति ने एक बयान में कहा, "बांग्लादेश सरकार को तेज और संपूर्ण तरीके से पारदर्शी जांच करनी चाहिए और इस घटना के जिम्मेदार लोगों को कानूनन सजा देनी चाहिए। इसके अलावा, हिंदू समुदायों और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों को हिंसा से बचाने के लिए तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।" 

बांग्लादेश अधिकारियों ने ईश निंदा के आरोपों में दीपू चंद्र दास (25) की हत्या से जुड़े 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। यह हमला गुरुवार को मेमनसिंह शहर में हुआ था। बांग्लादेश की रैपिड एक्शन बटालियन ने सात संदिग्धों को गिरफ्तार किया, जबकि पुलिस ने तीन अन्य को हिरासत में लिया है।

अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में गिरफ्तारियों की पुष्टि की और पूरी जांच का वादा किया। सरकार ने पूरी जांच का वादा करते हुए सभी अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने की प्रतिबद्धता जतायी है। गौरतलब है कि मुस्लिम बहुल बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक हैं और वहां साम्प्रदायिक हिंसा का इतिहास रहा है। ईशनिंदा के आरोप अक्सर तीव्र सार्वजनिक प्रतिक्रिया होती है जो कभी-कभी भीड़ हिंसा में बदल जाती है। 

स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार श्री दास को भीड़ ने पीटा और उसके शव को आग लगा दी। इस घटना की व्यापक निंदा हो रही है और इस मामले ने मुस्लिम बहुल देश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर चिंतायें बढ़ा दी हैं। यह हत्या उस समय हुई जब युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद बंगलादेश में तनाव बढ़ गया था जिससे पूरे देश में भारत-विरोधी प्रदर्शन भड़क उठे। 

छात्र कार्यकर्ता समूह इंकलाब मोर्चा के संयोजक और फरवरी 2026 के राष्ट्रीय चुनावों के लिए संसदीय उम्मीदवार शरीफ उस्मान हादी काे अज्ञात लोगों ने गोली मार दी थी और 18 दिसंबर को सिंगापुर में अस्पताल में हादी की मौत हो गयी थी। हादी का अंतिम संस्कार शनिवार को बांग्लादेश में किया गया जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। परिवार की इच्छा अनुसार उन्हें राष्ट्रीय कवि काजी नजरुल इस्लाम की कब्र के पास दफनाया गया। 

हादी ने ढाका-8 सीट से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने की योजना घोषित की थी। 12 दिसंबर को वे राजधानी के बिजॉयनगर इलाके में रिक्शा से यात्रा कर रहे थे, जब मोटरसाइकिल पर सवार दो हमलावरों ने उन्हें करीब से गोली मार दी और फरार हो गए। 

कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस घटना को लेकर चिंता व्यक्त की है और केंद्र सरकार से बंगलादेशी अधिकारियों के समक्ष अल्पसंख्यक सुरक्षा का मुद्दा उठाने का आग्रह किया है। बांग्लादेश में साम्प्रदायिक हिंसा आम हो गयी है जिसमें ईशनिंदा के आरोप भीड़ के हमलों का कारण बनते हैं। 

देश की कुल आबादी में हिंदू अल्पसंख्यक आबादी का लगभग हिस्सा आठ प्रतिशत है। गिरफ्तार संदिग्धों में मोहम्मद लिमोन सरकार (19), मोहम्मद तारेक हुसैन (19), मोहम्मद मानिक मिया (20), एरशाद अली (39), निजुम उद्दीन (20), आलमगीर हुसैन (38), मोहम्मद मिराज हुसैन अकोन (46), मोहम्मद अजमोल हसन सागिर (26), मोहम्मद शाहिन मिया (19) और मोहम्मद नजमुल शामिल हैं। श्री कृष्णमूर्ति ने कहा कि अशांति समाप्त होनी चाहिए और सभी बंगलादेशियों के हित में कानून का शासन कायम रहना चाहिए। 

ये भी पढ़े : 
सिंधु जल संधि पर एक बार फिर रोया पाकिस्तान, भारत पर लगाया समझौते के उल्लंघन का आरोप 

संबंधित समाचार