रोहतक रॉयल्स को मिला 'डिफेंस का बादशाह': दिग्गज सुरेंद्र नाडा बने मुख्य कोच, KCL के पहले सीजन में मचाएंगे धमाल

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Published By Muskan Dixit
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रोहतक। कबड्डी चैंपियंस लीग (केसीएल) के उद्घाटन सत्र में रोहतक शहर का प्रतिनिधित्व करने वाली फ्रेंचाइज़ी रोहतक रॉयल्स ने भारतीय कबड्डी के सबसे सम्मानित नामों में से एक सुरेंद्र नाडा को अपना मुख्य कोच नियुक्त करने की घोषणा की है। अनुभव, नेतृत्व क्षमता और बेहतरीन रणनीतिक समझ के साथ, नाडा रॉयल्स को लीग के अपने पहले अभियान के लिए तैयार करेंगे। 1 जुलाई 1987 को हरियाणा के झज्जर में जन्मे सुरेंद्र नाडा को खेल के अब तक के सर्वश्रेष्ठ डिफेंडरों में से एक माना जाता है। अपने घातक एंकल-होल्ड और निरंतर शानदार डिफेंस के लिए प्रसिद्ध नाडा ने प्रो कबड्डी लीग के उद्घाटन सत्र में सबसे अधिक टैकल पॉइंट्स हासिल कर खास पहचान बनाई थी। अपने शानदार करियर के दौरान उन्होंने लगातार पांच 'हाई 5' दर्ज करने का दुर्लभ रिकॉर्ड भी अपने नाम किया, जो डिफेंस में उनके वर्चस्व को दर्शाता है। 

रोहतक रॉयल्स के मुख्य कोच के रूप में नियुक्ति पर सुरेंद्र नाडा ने कहा, "रोहतक रॉयल्स का मुख्य कोच बनने की जिम्मेदारी पाकर मैं खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। यह टीम ऐसे क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती है जहां कबड्डी की जड़ें गहरी हैं। मैं खिलाड़ियों के साथ मिलकर एक ऐसी प्रतिस्पर्धी टीम बनाना चाहता हूं जो निडर और समझदारी भरी कबड्डी खेले। कबड्डी चैंपियंस लीग एक बेहतरीन मंच है और हमारा लक्ष्य पहले ही सीज़न से ऊंचे मानक स्थापित करना होगा।" अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी नाडा भारत की सफलता में अहम भूमिका निभा चुके हैं। उन्होंने 2016 कबड्डी विश्व कप, 2017 एशियन कबड्डी चैंपियनशिप, 2018 दुबई कबड्डी मास्टर्स और 2019 साउथ एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीते हैं। कोचिंग में उनका यह कदम अनुशासन, जुझारूपन और उत्कृष्टता के प्रति अटूट समर्पण से भरे करियर का अगला अध्याय है। 

नियुक्ति पर बोलते हुए एड्रॉइट स्पोर्ट्स के संस्थापक और रोहतक रॉयल्स के मालिकगजेंद्र शर्मा ने कहा, "सुरेंद्र नाडा उन सभी मूल्यों का प्रतीक हैं जिनके लिए हमारी फ्रेंचाइज़ी खड़ी है-ईमानदारी, पेशेवर रवैया और कबड्डी के प्रति अटूट जुनून। खेल के सर्वोच्च स्तर पर उनका अनुभव उद्घाटन सत्र में हमारी पहचान गढ़ने में अमूल्य साबित होगा। हमारा लक्ष्य केवल प्रतिस्पर्धा करना नहीं, बल्कि ऐसी टीम बनाना है जो क्षेत्रीय गर्व को दर्शाए और अगली पीढ़ी के खिलाड़ियों को प्रेरित करे।" 

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