भारत अगले 30 वर्षों में 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनेगा : US में पीयूष गोयल

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सेन फ्रांसिस्को। लिज ट्रस के ब्रिटेन की प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने उम्मीद जताई कि ब्रिटेन के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को लेकर बातचीत जल्द पूरी होगी। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि स्थिर वातावरण के चलते भारत दुनिया के सबसे आकर्षक निवेश स्थलों में …

सेन फ्रांसिस्को। लिज ट्रस के ब्रिटेन की प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने उम्मीद जताई कि ब्रिटेन के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को लेकर बातचीत जल्द पूरी होगी। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि स्थिर वातावरण के चलते भारत दुनिया के सबसे आकर्षक निवेश स्थलों में से एक बन गया है। उन्होंने कहा कि वैश्विक नेता और विकसित देश भारत के साथ अपने जुड़ाव को बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। बकौल गोयल, भारत में विकास दर बताती है…कि हम 30-वर्षों में 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था…बनेंगे।

गोयल ने सोमवार को इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि राजनीतिक स्तर पर बदलाव होने से इसमें (एफटीए को लेकर बातचीत पूरी होने में) कुछ हफ्तों का विलंब भले हो लेकिन लिज ट्रस के ब्रिटेन की प्रधानमंत्री बनने के साथ मुझे उम्मीद है कि जो वक्त ज़ाया गया है हम उसकी भरपाई कर लेंगे।

भारत के अधिकारी व्यापार समझौते पर बातचीत का समापन 31 अगस्त तक कर लेना चाहते थे लेकिन ब्रिटेन में राजनीतिक स्तर पर हुए परिवर्तनों से इसमें और देरी हो सकती है। इसी साल जनवरी में दोनों देशों ने द्विपक्षीय कारोबार और निवेश को बढ़ावा देने की खातिर मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए बातचीत औपचारिक रूप से शुरू की थी। उस वक्त ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन थे और ट्रस विदेश मंत्री थीं। गोयल ने कहा कि ब्रिटेन के साथ एफटीए की वार्ता आगे बढ़ चुकी है। मौजूदा व्यापार एवं निवेश मंत्री एनी मैरी के साथ हम नियमित संपर्क में हैं और हम भारत तथा ब्रिटेन के बीच अगले कुछ महीनों, संभवत: दीपावली तक समझौता करने का प्रयास कर रहे हैं।

वाणिज्य मंत्री गोयल ने कहा कि भारत विश्व के आकर्षक निवेश स्थलों में से एक बन गया है जो इस बात से जाहिर होता है कि विश्व के नेता और विकसित देश भारत में व्यापार और निवेश बढ़ाने के प्रयास कर रहे हैं और द्विपक्षीय समझौते करना चाहते हैं। भारत और ब्रिटेन के बीच 2021-22 में द्विपक्षीय व्यापार बढ़कर 17.5 अरब डॉलर हो गया जो 2020-21 में 13.2 अरब डॉलर था। 2021-22 में भारत से निर्यात 10.5 अरब डॉलर था जबकि आयात सात अरब डॉलर था।

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