G20 summit 2022: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने किया सलाम तो पीएम मोदी ने ऐसे स्वीकार किया अभिवादन, देखें तस्वीरें

G20 summit 2022: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने किया सलाम तो पीएम मोदी ने ऐसे स्वीकार किया अभिवादन, देखें तस्वीरें

बाली।  जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर बुधवार को वैश्विक नेताओं ने बाली के मैंग्रोव वन का भ्रमण किया। इस दौरान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कई तस्वीरें सामने आई है। एक तस्वीर में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन हांथ उठाकर पीएम मोदी का ग्रमजोशी से स्वागत करते दिख रहे हैं, जिसके बाद दोनों नेताओं ने एक दूसरे का हाथ मिलाकर अभिवादन किया। अब ये तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। 

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pm modi -joe biden

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने  वैश्विक नेताओं के साथ वहां के सबसे बड़े ‘मैंग्रोव' वन ‘तमन हुतान राया नगुराह राय' का दौरा किया और मैंग्रोव लगाए। ‘मैंग्रोव' ऐसे पेड़ों या झाड़ियों को कहा जाता है, जो समुद्र तट के किनारे उगती हैं।

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प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने ट्वीट किया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कुछ अन्य जी20 नेताओं ने बाली में मैंग्रोव जंगल का दौरा किया और जलवायु परिवर्तन से निपटने तथा सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए एकसाथ आकर एक मजबूत संदेश दिया। भारत जलवायु के लिए ‘मैंग्रोव एलायंस' का भी हिस्सा बना। इस दौरान पीएम मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और कई अन्य वैश्विक नेताओं के साथ अनौपचारिक बातचीत की।

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इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने बुधवार को बाली शिखर सम्मेलन के समापन के साथ ही अगले एक साल के लिए भारत को जी20 की अध्यक्षता सौंपी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसे हर एक भारतीय के लिए गर्व की बात बताया। भारत एक दिसंबर से औपचारिक रूप से जी-20 की अध्यक्षता संभालेगा। 

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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘सभी देशों के प्रयासों से हम जी20 शिखर सम्मेलन को वैश्विक कल्याण का प्रमुख स्रोत बना सकते हैं। अध्यक्षता हस्तांतरित किए जाने के साथ ही बाली में दो दिवसीय शिखर सम्मेलन का समापन हुआ। विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बताया कि भारत ने जी20 ‘निष्कर्ष दस्तावेज’ को तैयार करने में ‘‘रचनात्मक’’ भूमिका निभाई है। 

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जी20 बाली घोषणा-पत्र में रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर मतभेदों की बात स्वीकार करते हुए कहा गया कि अधिकतर सदस्य देशों ने इसकी कड़ी निंदा की। पहले यह संदेह था कि शायद सदस्य देशों की सम्मेलन के ‘निष्कर्ष दस्तावेजों’’ को लेकर एक राय नहीं बन पाएगी, क्योंकि जी20 घोषणापत्र के लिए सर्वसम्मति जरूरी है। प्रधानमंत्री का आज शाम बाली से रवाना होने का कार्यक्रम है। 

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जी-20 में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं। जी20 वैश्विक आर्थिक सहयोग का एक प्रभावशाली संगठन है। यह वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व की लगभग दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करता है।

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