Uttarakhand News: नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय छात्रावास के छात्र दिखा रहे हुनर, जीत चुके हैं स्वर्ण पदक

Uttarakhand News: नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय छात्रावास के छात्र दिखा रहे हुनर, जीत चुके हैं स्वर्ण पदक

काशीपुर, अमृत विचार। काशीपुर में पिछले साल पहले क्षेत्र में नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय छात्रावास की स्थापना की गई थी। इस छात्रावास के होनहार बच्चे शिक्षा के साथ खेल क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री उन्नयन उत्कृष्ट खिलाड़ी योजना में पिछले साल तीन बच्चों का चयन हुआ। उनको 1,500 रुपये मासिक प्रोत्साहन राशि मिल रही है।

 

नवंबर 2021 में की गई थी स्थापना

तत्कालीन उप शिक्षा अधिकारी गीतिका जोशी के प्रयासों से शिक्षा विभाग के सहयोग से नवंबर 2021 में गौतमनगर के विश्नोई सभा भवन में नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय छात्रावास की स्थापना की गई थी। वहां अनाथ, कूड़ा बीनने वाले, भीख मांगने वाले 50 बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ा जा रहा है। छात्रावास के वार्डन संजीव कुमार विश्नोई ने बताया कि छात्रावास के तीन छात्र आयुष, अंश राणा, शरद को खेल छात्रवृत्ति मिल रही है।
 
स्वर्ण और रजत पदक जीत चुके हैं छात्र 

वर्ष 2022 में छात्रावास के छात्र सूरज सिंह ताइक्वांडो में रजत पदक जीत चुके हैं जबकि छात्र अनमोल, प्रिंस कुमार, प्रियांशु रावत जूडो में, प्रिंस प्रथम, अमित कुमार गंगवार, प्रिंस द्वितीय हैंडबॉल में जिले और राज्य में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। छात्र प्रिंस भाला फेंक में जिले में स्वर्ण, राज्य में रजत, कबड्डी में राज्य स्तर पर सोना जीत चुके हैं।
 
बच्चे अपना हुनर दिखा रहे

वार्डन विश्नोई ने बताया कि छात्रावास में कक्षा एक से कक्षा आठवीं तक पढ़ाया जा रहा है। इन छात्रों में पढ़ाई, चित्रकला, खेल के प्रति काफी रुचि है। बच्चों की कई प्रतियोगिताएं कराई जा रहीं हैं, जिनमें बच्चे अपना हुनर दिखा रहे हैं।

 

पांच शिक्षक संवार रहे बच्चों का भविष्य

छात्रावास में पांच शिक्षक बच्चों को पढ़ा रहे हैं। शिक्षा विभाग की ओर से तीन शिक्षक स्पोर्ट्स, ड्राइंग, गणित शिक्षक तैनात हैं। दो शिक्षक सामाजिक सहयोग से नियुक्त हैं। तत्कालीन उप शिक्षा अधिकारी गीतिका जोशी ने बताया कि संगीत शिक्षिका की तैनाती लंदन निवासी एनआरआई राज भट्ट के सहयोग से की गई है। वह एक साल तक अपने स्तर से मासिक वेतन देंगे। अंग्रेजी शिक्षक की नियुक्ति भी सामाजिक सहयोग से की गई है।