पुणे: परिवार के सात सदस्यों के शव नदी में मिले, हिरासत में पांच लोग
पुणे। महाराष्ट्र के पुणे जिले में पुलिस ने एक परिवार के सात सदस्यों की मौत के मामले में पांच व्यक्तियों को हिरासत में लेने के साथ ही हत्या का एक मामला दर्ज किया गया है। सातों शव एक नदी में मिले थे। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
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पुलिस ने बताया कि मृतकों में एक दंपति, उनकी बेटी-दामाद और तीन नाती-पोते शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान मोहन पवार (45), उनकी पत्नी संगीता मोहन (40), उनकी बेटी रानी फुलवारे (24), दामाद श्याम फुलवारे (28) और तीन से सात साल की आयु वाले तीन बच्चों के रूप में हुई है।
अधिकारी ने बताया कि चार शव 18 जनवरी से 22 जनवरी के बीच मिले थे जबकि अन्य़ तीन शव मंगलवार को पुणे शहर से करीब 45 किलोंमीटर दूर दौंड तहसील के यवत गांव में भीमा नदी पर स्थित परगोन पुल के पास मिले थे। पुणे ग्रामीण पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि ''हमने सात लोगों की मौत के सिलसिले में पांच लोगों को हिरासत में लिया है और उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत एक मामला दर्ज किया है।
इससे पहले पुलिस ने बताया था कि, शव भीमा नदी की तलहटी में एक-दूसरे से 200 से 300 मीटर की दूरी पर मिले थे। पुलिस ने कहा था कि चार शवों का पोस्टमार्टम किया गया था। पुलिस के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया था कि चारों की मौत डूबने की बजह से हुई। पुलिस ने कहा था कि मृतक मराठबाड़ा क्षेत्र के बीड़ और उस्मानाबाद जिलों के रहने वाले थे और मजदूरी करते थे।
पुणे ग्रामीण पुलिस ने पहले बताया था कि पुणे के दौंड में भीमा नदी से एक परिवार के 7 सदस्यों के शव निकाले गए। 4 शव 18-21 जनवरी के बीच और 3 अन्य आज निकाले गए। प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का लग रहा है, हालांकि पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। दुर्घटनावश मौत की रिपोर्ट दर्ज की गई है। अब कहना है कि पुणे ग्रामीण पुलिस ने 5 लोगों को हिरासत में लिया और धारा 302 के तहत FIR दर्ज की।
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