Shivluch Volcano: रूस के सुदूर पूर्व में ज्वालामुखी फटा, 15 किमी तक फैला राख का ढेर... विमानन के लिए पैदा हुआ खतरा

Amrit Vichar Network
Published By Priya
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मास्को। रूस के सुदूर पूर्वी कामचटका प्रायद्वीप में शिवलुच ज्वालामुखी मंगलवार तड़के फटने से 15 किमी तक राख का ढेर फैल गया, जिससे हवाई यातायात को खतरा पैदा हो गया। तास समाचार एजेंसी के मुताबिक रूसी एकेडमी ऑफ साइंसेज की सुदूर पूर्वी शाखा के ज्वालामुखी विज्ञान और भूकंप विज्ञान संस्थान ने विमानन के लिए उच्चतम लाल खतरे की हिदायत घोषित की है।

 फिलहाल, विमानन कंपनी को सतर्कता बरतने के लिए कहा, क्योंकि ज्वालामुखी फटने के दौरान, आसमान में काले धुएं के गुब्बार छा गए। उन्होंने कहा कि इसकी गर्म लावा की धाराएं सड़क को अवरुद्ध कर सकती हैं। संस्थान ने चेतावनी दी कि ज्वालामुखी की राख 20 किमी तक फैल सकती है और पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की-उस्त-कामचतस्क राजमार्ग को अवरुद्ध कर सकती है। 

लावे की राख के बादल में स्टैटिक बिजली के कारण गड़गड़ाहट के साथ ज्वालामुखी से कई किलोमीटर के दायरे में आकाश में काले बादल से ढका हुआ था। ज्वालामुखी फटने से कामचटका प्रायद्वीप के उस्त-कामचत्स्की जिले के क्लाईची गाँव में राख गिरने लगी, जहाँ करीब चार हजार लोग रहते हैं। क्लाईची गांव में ज्वालामुखी राख के सतह की मोटाई 8.5 सेमी तक पहुंच गई है। विस्फोट के कारण आज कुछ विद्यालय बंद रहे। शिवलुच कामचटका के सबसे बड़े ज्वालामुखियों में से एक है, जिसकी ऊंचाई 3,200 मीटर से अधिक है। 

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