Haldwani News: हल्द्वानी की 51 नहरों में 26 नहरों का डिस्चार्ज स्तर 20 क्यूसेक से कम, 50 से अधिक गांवों को सप्लाई होता है पानी

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Published By Shobhit Singh
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हल्द्वानी, अमृत विचार। नैनीताल जनपद में वर्तमान में कुल 122 नहरें हैं जिसमें हल्द्वानी ब्लॉक में 51, भीमताल में 8, ओखलकांडा में 63 नहरें हैं। हल्द्वानी ब्लॉक की 50 नहरें ब्रिटिशकाल में बनी हुई हैं। आजादी के बाद हल्द्वानी ब्लॉक में केवल एक नहर का निर्माण गौलापार समानान्तर में  सन् 2007 में  किया गया है जिसकी लंबाई केवल 1.875 किलोमीटर है इससे 90 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज होता है जिससे 3 गांव लाभान्वित होते हैं। 

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हल्द्वानी की नहरों से 105 गांवों को पानी मिलता है। आजादी से पहले बनी इन नहरों की स्थिति ठीक नही है। हल्द्वानी ब्लॉक की 26 नहरों का डिस्चार्ज लेवल मात्र 15 - 20 क्यूसेक है। इन नहरों से 50 से अधिक गांवों को पानी मिलता है। हल्द्वानी ब्लॉक में नहरों की कुल लंबाई 205.48 किलोमीटर, ओखलकांडा ब्लॉक में 144.571 किलोमीटर और भीमताल में 27.958 किलोमीटर है। 

ओखलकांडा ब्लॉक में नहरों से लाभान्वित गांवों की संख्या 80 और भीमताल में 17 है। हल्द्वानी के गौलापार पोषक नहर में सबसे अधिक 431 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज होता है और मीठा आंवला में सबसे कम 2.66 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज होता है। भीमताल ब्लॉक के मौरा में सबसे कम .900 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज होता है। भीमताल में सन् 1979 में बनी सूर्याजाला नहर जिसकी लंबाई 7 किलोमीटर से अधिक है। 

अतिवृष्टि और भूस्खलन के कारण 1993 से बंद है और ओखलकांडा के 2009 में बनी खुजैटी टैंक नहर जिसकी लंबाई 2.2 किलोमीटर है, अतिवृष्टि और श्रोत में पानी की कमी के कारण 2009 से बंद पड़ी है। सिंचाई खंड हल्द्वानी में कुल 18 नहरें बंद हैं जिनमें पीएमजीएसवाई योजना से क्षतिग्रस्त 4 नहरें, दैवीय आपदाओं के कारण 9 नहरें और अन्य कारणों से 5 नहरें  बंद हैं। इन बंद नहरों को चलाने के सिंचाई विभाग ने  9.79 करोड़ रुपए का प्राक्कलन भेजा है।

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