हल्द्वानी: दिमाग कह रहा है सरकारी नौकरी तो दिल चाहता है स्टार्टअप
सरकारी नौकरी से मिलती है जॉब सिक्योरिटी
आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने के बाद करेंगे स्टार्टअप
हल्द्वानी, अमृत विचार। आजकल युवा ऐसे करियर का चयन कर रहे हैं जिसका नाम 10 साल पहले किसी ने नाम भी नहीं सुना था। युवाओं को इंटरनेट के माध्यम से काफी एक्स्पोजर मिला है और इसके साथ ही कई करियर विकल्प भी उनके लिए खुल चुके हैं। आजकल छात्र-छात्राएं केवल डॉक्टर या इंजीनियर बनने का सपना नहीं देखते हैं बल्कि इससे हटके युवाओं में खुद का स्टार्टअप खोलने का जोश भी जाग गया है। अमृत विचार ने कॉलेज छात्र-छात्राओं और युवाओं से करियर को लेकर बातचीत की तो युवा अपने करियर को लेकर काफी सजग दिखे। उन्होंने अपने लक्ष्य और रुचि के बारे में खुलकर विचार रखे।
एमबीपीजी के छात्र बोले
1. मैं सरकारी नौकरी की तैयारी करना चाहता हूं। सरकारी नौकरी में भी मेरी दिलचस्पी बैंक में सबसे अधिक है। बैंक में जॉब सिक्योर रहती है, तमाम भत्तों के साथ ही आपको स्वास्थ्य, परिवारिक बीमा जैसी फैसिलिटिज मिलती हैं।
-निखिल बिष्ट, छात्र
2. मैं बीसीए का छात्र हूं और आगे एमसीए करना चाहता हूं ताकि नौकरी में अच्छा सैलरी पैकेज भी मिले। चूंकि हमारा फील्ड टेक्निकल फील्ड है। आप अपनी स्किल्स जितना अधिक निखारेंगे, उतनी तरक्की मिलेगी।
- दीपक गोस्वामी, छात्र
3.मैं गवर्नमेंट जॉब की तैयारी करना चाहता हूं। मुझे अभी सरकारी परीक्षाओं को लेकर थोड़ी उलझन है कि कौन सा फील्ड मेरे लिए बेस्ट रहेगा। अभी लक्ष्य तय करने की प्रक्रिया जारी है।
-भावेश तिवारी, छात्र
4.दिमाग सरकारी नौकरी के लिए कह रहा है तो दिल स्टार्टअप करना चाहता है। मिडिल क्लास फैमिली से होने के कारण इतना बड़ा रिस्क लेने से डर लगता है। पहले मैं अपने आप को आर्थिक रूप से मजबूत करूंगा उसके बाद अपना स्टार्टअप खोलूंगा।
- नीरज बिष्ट, छात्र
5. मैंने गैप लेने का सोचा है। अक्सर हम जल्दबाजी में गलत निर्णय ले लेते हैं। मैं अपने को थोड़ा टाइम देना चाहता हूं और मुझे जो सच में जो करना पसंद है उसके बारे में जानना चाहता हूं। करियर का चयन करना हमारी लाइफ का सबसे महत्वपूर्ण निर्णय होता है जिसको सोच समझ के ठंडे दिमाग से काम लेना चाहिए।
-विजय गोस्वामी, छात्र
महिला कॉलेज की छात्राएं
1. मैं आगे की पढ़ाई जारी रखना चाहती हूं। पढ़ाई का एक मोमेंटम होता है अगर आप बीच में पढ़ाई छोड़ के नौकरी करने लगते हैं तो आपका ध्यान भटक जाता है और पैसों के चक्कर में ज्ञान पीछे छूट जाता है। इसलिए मैं पहले अपनी पढ़ाई पूर्ण करूंगी और फिर जॉब के बारे में सोचूंगी।
- शिवानी कार्की, महिला कॉलेज, छात्रा अध्यक्ष
2. मैं बी.कॉम. की छात्रा हूं। मेरा भी हर छात्र की तरह सरकारी नौकरी का सपना है लेकिन आरक्षण के कारण जनरल केटेगरी वालों को साथ नाइंसाफी हो रही है। डॉ. बी.आर. अंबेडकर द्वारा आकरक्षण लाया गया था लेकिन हर 10 वर्ष में इसकी समीक्षा करने को भी कहा गया था। लेकिन उसमें कुछ बदलाव नहीं किया गया और उसके चलते काबिल छात्रों का भविष्य बर्बाद हो रहा है।
-अंजली, छात्रा
3. मैं एम.कॉम. की छात्रा हूं और आगे की पढ़ाई जारी रखना चाहती हूं। मैं अंग्रेजी विषय से पीजी करना चाहती हूं क्योंकि मुझे साहित्य और उपन्यास पढ़ना बहुत पसंद है।
-भावना कांडपाल, छात्रा
4. मैं फिलहाल पहले जॉब करना चाहूंगी। फिर आर्थिक रूप से स्वतंत्र होकर अपना फूड कोर्ट खोलना चाहती हूं। मेरी मम्मी की कॉस्मेटिक शॉप है और वहां बैठ के मुझे भी थोड़ा बिजनस का अनुभव हो चुका है। इसलिए भी मैं बिजनस करना चाहती हूं क्योंकि आप उसमें अपने बॉस खुद होते हो और किसी के दबाव में काम नहीं करते हो।
-इशिका अग्रवाल, छात्रा
5. मेरा कॉमर्स का बैकग्राउंड और मेरा बैंक की तरफ रुझान है तो बैंक ही मेरे लिए बेस्ट रहेगा। बैंक में जॉब सिक्योरिटी के साथ-साथ आर्थिक सुविधाएं और मेडिकल सुविधाएं भी मिलती है इसलिए मेरे पेरेंट्स भी बैंक की जॉब को पसंद करते हैं।
-निकिता वार्ष्णेय, छात्रा
6. मेरे पास नौकरी का अनुभव कम है तो अभी मैं बस अपनी पढ़ाई पर फोकस करना चाहती हूं। जब मुझे लगेगा मेरी नौकरी की उम्र हो चुकी है तब नौकरी के सेक्टर में जाना पसंद करूंगी।
- रिया पड़लिया, छात्रा
