2000 का नोट वापस लेने से अर्थव्यवस्था पर प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं पड़ेगा: पनगड़िया 

2000 का नोट वापस लेने से अर्थव्यवस्था पर प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं पड़ेगा: पनगड़िया 

नई दिल्ली। नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अरविंद पनगड़िया ने कहा है कि 2000 का नोट वापस मंगाने के भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के फैसले से अर्थव्यवस्था पर कोई प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि ऐसे वापस हुए नोटों के स्थान पर उसी कीमत में कम मूल्यवर्ग के नोट जारी कर दिए जाएंगे।

पनगड़िया ने कहा कि इस कदम के पीछे संभावित मकसद अवैध धन की आवाजाही को और मुश्किल बनाना है। उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, हम इसका अर्थव्यवस्था पर कोई प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं देखेंगे। 2,000 के नोट की कितनी भी राशि को बराबर कीमत में कम मूल्यवर्ग के नोटों से बदल दिया जाएगा या जमा कर दिया जाएगा। इसलिए धन प्रवाह पर प्रभाव नहीं पड़ेगा।

पनगरिया ने कहा कि 2,000 रुपये के नोट वर्तमान में जनता के हाथों में कुल नकदी का केवल 10.8 प्रतिशत हैं और इसमें से भी ज्यादातर राशि का उपयोग संभवत: अवैध लेनदेन में होता है। आरबीआई ने शुक्रवार को 2,000 रुपये के नोट को चलन से बाहर करने की घोषणा की थी।

इस मूल्य के नोट बैंकों में जाकर 30 सितंबर तक जमा या बदले जा सकेंगे। आरबीआई ने शाम को जारी एक बयान में कहा कि अभी चलन में मौजूद 2,000 रुपये के नोट 30 सितंबर तक वैध मुद्रा बने रहेंगे।

ये भी पढ़ें : दिल्ली : कुल शस्त्र लाइसेंस धारकों में महज दो फीसदी महिलाएं 

ताजा समाचार

तुम टक्कर मारकर भागे हो...धक्का देकर गिराया और लूट लिए 3.50 लाख रुपये, कानपुर में बदमाशों ने कारोबारी को बनाया निशाना
Breaking Lucknow : रूमी गेट के पास हादसा, तेज रफ्तार वाहन ने कई लोगों को रौंदा 
FIR on Rahul Gandhi: वाराणसी में राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर, अमेरिका में सिख समुदाय पर टिप्पणी का है मामला
पीलीभीत: शहरवासियों अब तो सफाई के बाद ठप हो गई पेयजल सप्लाई..तभी टपकेगी जलधारा जब होगी कार्रवाई 
मुरादाबाद: ठाकुरद्वारा की गोशाला में 10 गोवंशीय पशुओं की मौत; बजरंग दल कार्यकर्ता ने किया प्रदर्शन, लगाया ये आरोप
Mahoba: विद्युत विभाग ने अवर अभियंता को किया निलंबित; इस तरह करता था बिजली उपभोक्ताओं से ठगी...