शाहजहांपुर: श्री रामचंद्र मिशन आश्रम पहुंचे पूर्व राष्ट्रपति; बोले- तीर्थ से कम नहीं यह स्थान, अभ्यासियों से पूछा ये सवाल...
शाहजहांपुर, अमृत विचार। शुक्रवार का दिन जनपद के लिए उस समय खास बन गया, जब पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने क्रांतिकारियों की धरती पर पैर रखा। यह पहला मौका था, जब किसी पूर्व राष्ट्रपति ने भले ही अपने कार्यकाल के बाद यहां का भ्रमण किया हो। पूर्व राष्ट्रपति कोविंद हरदोई बाईपास चौराहा स्थित श्री रामचंद्र मिशन आश्रम में आए थे।
चूंकि वह आरसी मिशन से जुड़े हुए हैं और संस्थापक राम चंद्र महाराज (बाबू जी) के अनुयायी हैं, इसलिए उन्होंने शाहजहांपुर आने का कार्यक्रम बनाया था। इस दौरान उन्होंने रामचंद्र महाराज की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित कर मत्था टेका और कुछ समय के लिए समाधि के पास ही बैठकर ध्यान भी लगाया। इसके बाद उन्होंने बाबू जी की दीवान जोगराज स्थित आवास पर जाकर उनके कक्ष और कक्ष में स्मृति स्वरूप रखीं बाबू जी की दैनिक उपयोग की वस्तुओं को भी देखा।
बतादें कि इस वर्ष महात्मा रामचंद्र महाराज की 125वीं जयंती मना रहा है, इसलिए पूर्व राष्ट्रपति का यहां आना और खास बन जाता है। आरसी मिशन आश्रम के भ्रमण के दौरान उन्होंने आश्रम के उन कक्षों का भी अवलोकन किया, जहां बाबू जी रहा करते थे। इन कक्षों से महात्मा बाबू जी की स्मृतियां जुड़ी हुई हैं। इस दौरान उन्होंने ध्यान-साधन कक्ष को भी देखा और साधकों से बात भी की।
साधकों से बात करते हुए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि बाबूजी के सहज मार्ग की शाखाएं भले जी पूरे विश्व में फैली हुई हों, लेकिन इसकी जड़े शाहजहांपुर में ही हैं। बाबू जी का सहज मार्ग अब बहुत बड़ा वट वृक्ष बन चुका है। आप लोग बहुत भाग्यशाली हैं, कि इस जनपद से जुड़े हैं। इसी तरह महात्मा बाबू जी के आवास पर परिजनों से मिलते हुए पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि यह घर तीर्थ स्थल है।
पूर्व राष्ट्रपति कोविंद ने लगभग तीन घंटे यहां व्यतीत किए। इस दौरान वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना लगातार उनके साथ रहे। कैबिनेट मंत्री ने भी पूर्व राष्ट्रपति के साथ बाबू जी समाधि पर पुष्पचक्र अर्पित कर मत्था टेका और ध्यान-साधना की। ध्यान के बाद दोनों ने आश्रम के व्यवस्थापकों के साथ समाधि की परिक्रमा भी की।
इसके बाद उन्होंने आश्रम में घूमकर सभी कक्षों को देखा। मिशन आश्रम के बाद वह सीधे दीवान जोगराज स्थित मिशन आश्रम के संस्थापक के आवास पर पहुंचे और जिस कक्ष में बाबू जी रहते थे, उस कक्ष को बड़ी उत्सुकता के साथ देखा। इसके बाद वह समीप ही कैबिनेट मंत्री खन्ना के आवास पर गए और दोपहर का भोजन कर लखनऊ के लिए रवाना हो गए।
इस अवसर पर डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह, एसपी राजेश एस, तिलहर विधायक सलोना कुशवाहा, एडीएम प्रशासन संजय कुमार पांडेय, नगर मजिस्ट्रेट प्रवेंद्र कुमार, एसडीएम सदर ज्ञानेंद्र नाथ, श्री रामचंद्र मिशन आश्रम के जोनल इंचार्ज दीपक त्यागी, एलआईयू के सदस्यों सहित अन्य विशिष्टजन मौजूद रहे। आश्रम परिसर में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी मुस्तैद रहे।
बाबू जी की वस्तुएं देख भावुक हुए पूर्व राष्ट्रपति
श्री रामचंद्र मिशन आश्रम भ्रमण के बाद पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मिशन के संस्थापक महात्मा रामचंद्र महाराज (बाबू जी) के आवास पर गए। यहां बाबू जी के पुत्र सर्वेश चंद्रा, पुत्रवधु अमिता चंद्रा समेत अन्य परिजनों ने पूर्व राष्ट्रपति का पुष्पगुच्छ भेंटकर, शाल ओढ़ाकर स्वागत किया। यहां उन्होंने विशेष रूप से उस कक्ष को देखा, जहां बाबू जी रहते थे।
कक्ष में स्मृति के रूप में सुरक्षित उनकी चारपाई, आराम कुर्सी, आसन, छोटी डेस्क आदि को उत्सुकतापूर्ण ढंग से देखा। वस्तुएं देखकर वह भावुक भी होते रहे। घर के बच्चों से भी उन्होंने बहुत प्यार से बात की और नाम पूछकर शिक्षा संबंधी जानकारी ली। साथ ही बच्चों और परिजनों के साथ फोटो भी खिंचवाए।
इस दौरान परिजनों से बाबू जी के बारे में जानकारी भी हासिल की। पुत्र सर्वेश चंद्रा के कुर्सी पर बैठने के आग्रह पर पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि यह स्थान किसी तीर्थ से कम नहीं है, इसलिए तीर्थ स्थल पर इस प्रकार बैठना उचित नहीं है। पूर्व राष्ट्रपति को देखने के लिए आसपास छतों पर काफी लोग खड़े थे, जिन्हें देखकर उन्होंने हाथ हिलाकर अभिवादन भी किया।
....जब स्वयं आरती करने लगे पूर्व राष्ट्रपति
आरसी मिशन के संस्थापक रामचंद्र महाराज के आवास पर पहुंचे पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के स्वागत में बाबू जी की पुत्रवधु अमिता चंद्र परिवार की अन्य महिलाओं के साथ आरती का थाल सजाकर लाईं और जैसे ही आरती करने को हुईं कि पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि ऐसा मत कीजिए और यह कहकर आरती का थाल अमिता चंद्रा से ले लिया और स्वयं आरती उनकी आरती करने लगे। जब महिलाओं ने मना किया तो बोले कि इससे उनके साथ मेरी भी आरती हो रही है।
अभ्यासियों से पूछा- बाबू जी को किसने देखा
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आरसी मिशन आश्रम भ्रमण के दौरान ध्यान-साधन कक्ष में अभ्यासियों से मिलने भी पहुंचे। विशाल सभागार देख वह हाथ जोड़ते हुए बड़ी ही विनम्रता के साथ अभ्यासियों के बीच पहुंच गए। उन्होंने सभी से मिशन की गतिविधियों और ध्यान-साधना की जानकारी ली। पूछा कि कौन-कौन साधक हैं, जिन्होंने बाबू जी को देखा है।
इस पर दो-तीन लोगों ने हाथ उठाया। एक साधक शोभाराम ने बताया कि उन्होंने तो बाबू जी की बहुत सेवा की है और साथ में काम भी किया है। वह काम के एवज को 20 रुपए प्रतिदिन देते थे। आज भी उनकी यादें ताजा है। इस पर आंखों में चमक लाते हुए पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि आप लोग बहुत भाग्यशाली है, जो बाबू जी को देख पाए। इस मिशन की जड़ें यहां ही हैं, भले ही इस वट वृक्ष की शाखाएं विश्व भर में फैली हुई हैं। सभी के उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते हुए वह अभ्यासियों से विदा हुए।
अभ्यासी माधो गोपाल से ली गतिविधियों की जानकारी
आरसी मिशन पहुंचने पर गेस्ट हाउस में कुछ पल विश्राम करने के दौरान पूर्व राष्ट्रपति ने आश्रम से जुड़े उद्योगपति माधोगोपाल अग्रवाल, उनके भाई श्रीगोपाल अग्रवाल, जय गोपाल अग्रवाल, आश्रम प्रबंधक दीपक त्यागी, आशीष सिंह, हर्षवर्धन अग्रवाल आदि से आश्रम की गतिविधियों के बारे में जानकारी ली।
इस दौरान उन्होंने भाजपा महानगर अध्यक्ष शिल्पी गुप्ता, सफाई कर्मचारी आयोग के पूर्व अध्यक्ष सुरेंद्र नाथ वाल्मीकि, उपेंद्र पाल सिंह आदि कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की। सभी ने पूर्व राष्ट्रपति को पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत भी किया।
मंत्री आवास पर स्वागत को उमड़े लोग
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने श्री रामचंद्र मिशन आश्रम और संस्थापक राम चंद्र महाराज के आवास का भ्रमण करने के बाद पास में स्थित कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना के आवास पर लंच किया। इस दौरान सैकड़ों लोग उनको देखने और स्वागत करने के लिए उमड़ पड़े।
मंत्री खन्ना के अग्रज कमलेश कुमार खन्ना, भतीजे चंद्र शेखर खन्ना धीरू, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष वीरेंद्र पाल सिंह यादव, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अजय प्रताप सिंह यादव आदि ने पुष्प गुच्छ भेंटकर स्वागत किया। भोजन के बाद भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने पटका पहनाकर, स्मृति चिन्ह और बुके भेंटकर सम्मानित किया।
स्वागत-सत्कार करने वालों में एमएलसी डॉ. सुधीर गुप्ता, विधायक सलोना कुशवाहा, दीपक शर्मा, अमित मिश्रा, वैभव खन्ना, पुनीत मिश्रा, कपिल सिंह, पार्षद अनूप मौर्य, अनुज वर्मा, आयुष शंखधार, विशेष सोनी, आनंद सक्सेना, गोपी शुक्ला, अवधेश कुमार, फूल चंद्र आदि शामिल रहे।