कासगंज: खंड शिक्षा अधिकारियों के साथ अब शिक्षकों पर लटकी तलवार; 1000 से अधिक शिक्षक पाए गए लापरवाह, नोटिस जारी
कारण बताओ नोटिस भेजकर शिक्षा विभाग ने तीन दिन में मांगा स्पष्टीकरण
कासगंज, अमृत विचार। शिक्षा विभाग में एक के बाद एक लापरवाही सामने आती जा रही है। शासन ने जहां एक और खंड शिक्षा अधिकारियों पर कम उपस्थिति को लेकर जवाब देही तय कर दी है। वहीं अब स्थानीय स्तर पर शिक्षकों पर भी तलवार लटक गई है।
बीएसए की ओर से पत्र जारी कर दिया गया है, जिसमें जिले के 1000 से अधिक स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को लापरवाह माना गया है। उनसे 3 दिन में स्पष्टीकरण मांगते हुए छात्र उपस्थिति बढ़ाने के आदेश जारी किए गए हैं। इस कार्रवाई से खलबली मच गई है।
कासगंज जिले में संचालित बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में संख्या कम रहने के कारण खंड शिक्षा अधिकारियों को शासन की ओर से नोटिस जारी करने के निर्देश मिले तो सहायक निदेशक बेसिक शिक्षा अलीगढ़ मंडल ने जिले के सात विकासखंड क्षेत्र में से छह विकासखंड क्षेत्र के खंड शिक्षा अधिकारियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा।
इधर एक और मामला सामने आया है कि बीएसए की ओर से जिले के 1000 से अधिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक को नोटिस जारी किए गए हैं। उन्होंने भी कम उपस्थिति का हवाला दिया है। स्पष्टीकरण मांगा है। चेतावनी दी है कि यदि इस कार्य में लापरवाही हुई तो सख्त कार्रवाई कर दी जाएगी।
शासन स्तर से समीक्षा की गई। मध्यान्ह भोजन योजना के अंतर्गत सीएम डैशबोर्ड की समीक्षा में पाया गया कि कासगंज जनपद के स्कूलों में छात्र संख्या अपेक्षा से कम रही है। इस कारण लापरवाहों को नोटिस जारी कर दिया गया है और जवाब मांगा गया है। खंड शिक्षा अधिकारियों को मेरी ओर से नोटिस जारी किया गया है। शिक्षकों को बीएसए की ओर से नोटिस जारी करने के आदेश दिए गए हैं। -कृपा शंकर वर्मा, एडी बेसिक
शिक्षक बोले- अभिभावक हैं जिम्मेदार
शिक्षकों का कहना है कि इस कार्य में कहीं न कहीं अभिभावक लापरवाह हैं। कोई न कोई बहाना बनाकर अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजते हैं। जब अध्यापक घर पहुंचते हैं तो उन्हें खरी खोटी सुनने को मिलती है। यदि हाल रहा तो शिक्षक इसी तरह परेशान होते रहेंगे। कोई सुनने वाला नहीं है।