Bareilly: कन्हैया गुलाटी की गिरफ्तारी को एसआईटी गठित, 500 करोड़ की ठगी का है आरोप
बरेली, अमृत विचार। बरेली समेत आसपास के जिलों के लोगों को आशियाने का सपना दिखाकर और निवेश में मोटा मुनाफे का झांसा देकर पांच सौ करोड़ से अधिक की ठगी करने वाले कैनविज कंपनी के मालिक कन्हैया गुलाटी समेत उनके गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी अनुराग आर्य ने एसआईटी गठित की है। इसमें एसओजी, सर्विलांस और सिविल पुलिस शामिल की गई है। साथ ही इस करोड़ों की ठगी प्रकरण की जांच के लिए भी जल्द ही एक स्पेशल विवेचना टीम गठित की जाएगी। अभी तक गुलाटी के खिलाफ जिले में कुल अलग-अलग थानों में 10 मुकदमें दर्ज किए जा चुके हैं।
कैनविज ग्रुप के चेयरमैन कन्हैया गुलाटी ने कैनविज इंडस्ट्रीज लिमिटेड, कैनविज रिजॉर्ट मोटेल, कैनविज इन्फ्रा इंडिया, कैनविज डेवलपर्स और इन्फ्रास्ट्रक्चर नाम से फर्जी फर्में बनाकर धोखाधड़ी की है। कन्हैया गुलाटी और उसके सहयोगियों ने बरेली मंडल के लोगों को प्लॉट, ब्याज और निवेश में मोटे मुनाफे का लालच देकर 500 करोड़ से अधिक की ठगी की है। कन्हैया गुलाटी और उसकी टीम के सदस्यों के खिलाफ पिछले कुछ दिनों में दस मुकदमे दर्ज हुए हैं। इनमें नौ मामले बारादरी थाने में और भोजीपुर थाने में एक मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस इन मामलों की जांच में जुटती इससे पहले चर्चा शुरू हो गई कि कन्हैया गुलाटी देश छोड़ कर भाग गया है और इस दौरान उसने अपनी सारी संपत्ति ठिकाने लगा दी है। एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि वह विदेश भाग पाए इससे पहले ही एसआईटी गठित कर कन्हैया गुलाटी और उसकी टीम में शामिल अन्य सदस्यों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा। जालसाजों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए पूरे प्रकरण की विवेचना के लिए भी जल्द एक अन्य एसआईटी गठित की जाएगी। साथ ही चिटफंड घोटाले के बाद अब कन्हैया गुलाटी के खिलाफ केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से लुकआउट नोटिस भी जारी किया गया है, जिससे वह विदेश भागने में असफल रहे।
