अमरोहा : झोलाछाप निकला एजेंटों से लूट का मास्टरमाइंड, मुठभेड़ में पकड़े गए दो बदमाशों ने खोला राज

Amrit Vichar Network
Published By Priya
On

अमरोहा/हसनपुर, अमृत विचार। कलेक्शन एजेंटों से हुई लूट का मास्टरमाइंड गांव का झोलाछाप सोनू ही निकला। पुलिस ने मुठभेड़ में पकड़े गए दो बदमाशों की निशानदेही पर लूट के मास्टरमाइंड और उसके चचेरे भाई को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से लूटी गई रकम में से 3,000 की नकदी बरामद की है।

कोतवाली क्षेत्र के गांव दियावली-अल्लीपुर मार्ग पर बीते शुक्रवार को बदमाशों ने तमंचे के बल पर मिडलैंड माइक्रो फाइनेंस कंपनी के दो एजेंटों से 42,600 रुपए की नकदी लूटी थी। घटना के समय एजेंट किस्तों के पैसे वसूल कर धनौरा ब्रांच लौट रहे थे।

 लूट की सूचना मिलते ही एएसपी राजीव कुमार व सीओ कोतवाली मौके पर पहुंचे थे और पूरे मामले की जांच पड़ताल कराई थी। एसपी आदित्य लांग्हे ने खुलासे के लिए टीम का गठन किया था। जिसके बाद पुलिस ने बुधवार रात गजरौला मार्ग पर वाहन चेकिंग के दौरान एजेंटों से लूट करने वाले बदमाश मनोज सैनी व अर्जुन को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया था। मुठभेड़ में गोली लगने से मनोज सैनी व अर्जुन घायल हो गए थे। पुलिस ने दोनों बदमाशों से सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने पूरा घटनाक्रम पुलिस को बता दिया।

पुलिस ने बदमाशों की निशानदेही पर गांव अलीपुर खादर में झोलाछाप सोनू व उसके चचेरे भाई सत्येंद्र को दियावली बंदे के पास से गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में मास्टरमाइंड सोनू ने बताया गया कि कलेक्शन एजेंटों ने सत्येंद्र के घर से किस्त ली थी। उन्होंने ही बदमाशों को एजेंटों की पूरी पहचान बताई थी। उनके हिस्से में मात्र दो-दो हजार रुपये आए थे। पुलिस ने दोनों के पास से लूट की रकम में से 3,000 की नकदी बरामद की है। प्रभारी निरीक्षक सुशील कुमार वर्मा ने बताया कि गांव अलीपुर खादर में कलेक्शन एजेंटों के साथ हुई लूट का मास्टरमाइंड सोनू व उसका चचेरा भाई सत्येंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया है।

ये भी पढ़ें:- संभल कोषागार को प्रदेश में मिला तीसरा स्थान, जिलाधिकारी ने कर्मचारियों को दिया कामयाबी का श्रेय

संबंधित समाचार