लखीमपुर-खीरी: मधुमिता हत्याकांड...परिजन बोले- हत्यारे रिहा हुए तो बहन राजभवन के सामने करेगी आत्मदाह
लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार। बहुचर्चित कवियत्री मधुमिता शुक्ला हत्याकांड मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे आरोपी पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी व उनकी पत्नी मधुमणि को शासन ने जेल से रिहाई करने के आदेश दे दिए हैं। इस मामले को लेकर मधुमिता के परिवार वाले राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन देने डीएम कार्यालय पहुंचे।
मधुमिता के परिवार के लोगों ने अगर आरोपित जेल से रिहा कर दिए गए, तो फिर पूरे परिवार की हत्या करवा देंगे। इनके जेल से रिहा होने पर परिवार सुरक्षित नहीं है। राज्यपाल को संबोधित प्रार्थनापत्र में कहा गया है कि आरोपी अमरमणि त्रिपाठी व उनकी पत्नी मधुमणि त्रिपाठी की सजा को माफ न किए जाए। चेतावनी दी गई है कि हत्यारोपी जेल से रिहा होते हैं तो बहन निधि शुक्ला राजभवन के सामने आत्मदाह करने के लिए विवश होंगी।
पत्र में कहा गया है कि आरोपी पूर्व मंत्री अमरमणि व मधुमणि जेल अवधि का 62 प्रतिशत समय जेल से बाहर ही रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट में पेश किए गए साक्ष्यों के आधार पर उन्होंने कोर्ट के निर्णयों की धज्जियां उड़ाई हैं। इसी को लेकर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो रही है। इस मामले में निधि शुक्ला ने प्रार्थनापत्र में राज्यपाल से मांग की है कि जब तक सुप्रीम कोर्ट अपना निर्णय नहीं दे देता, तब तक आरोपियों को सजा माफी न दी जाए।
सजा माफ होते ही आरोपी निधि व उनके परिवार के लोगों को जीवित नहीं रहने देंगे। करीब 20 साल पहले लखनऊ की पेपर मिल कॉलोनी में रहने वाली मधुमिता शुक्ला की हत्या हुई थी। हत्याकांड की जांच सीबीआई ने की थी और अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी मधुमणि त्रिपाठी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। इसके बाद यह मामला देहरादून स्थानांतरित कर दिया गया था।
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