बरेली: ऑनलाइन बाजार में ग्राहकों की बाढ़, छोटे दुकानदारों के यहां सूखा...जानए मामला

त्योहार सीजन को लेकर व्यापारी अभी से चिंचित

बरेली: ऑनलाइन बाजार में ग्राहकों की बाढ़, छोटे दुकानदारों के यहां सूखा...जानए मामला

फोटो- कुतुबखाना सब्जी मंड़ी के बाहर दुकानों पर पसरा सन्नाटा।

बरेली, अमृत विचार। घर बैठे ऑनलाइन खरीदारी करने का क्रेज बढ़ा है। ऑफर और छूट के चलते ग्राहक बाजार की बजाय ऑनलाइन खरीदारी ज्यादा कर रहे हैं। इससे छोटे और बड़े दुकानदारों का कारोबार प्रभावित हो रहा है। त्योहारी सीजन को लेकर व्यापारी अभी से चिंचित हैं। वहीं, कुतुबखाना पुल निर्माण के कारण भी कारोबार पर असर पड़ रहा है।

दुकानदार बताते हैं कि ऑनलाइन बाजार महिलाओं के लिए भी कारोबार बन चुका है। कुछ महिलाएं घर बैठे कमाई कर रही हैं। जिन वस्त्रों की खरीद पर छूट ज्यादा होती है, उसे ऑनलाइन मंगवा लेती हैं। बाद में उन्हें अच्छे दाम पर बेच देती हैं।

इस तरह घर बैठे ही वह पचास फीसदी तक मुनाफा ले लेती हैं। मोबाइल कारोबार का हाल भी कुछ ऐसा ही है। अलग-अलग कंपनियां क्रेडिट कार्ड के जरिये आनलाइन बुकिंग पर छूट का आफर देती हैं। यह छूट मोबाइल पर नहीं बल्कि क्रेडिट कार्ड पर होती है, जबकि वहीं मोबाइल बाजार में दुकान पर भी आसानी से उपलब्ध होता है।

ऑनलाइन खरीदारी से रोजाना सात करोड़ की चपत
व्यापारियों की मानें तो एक अनुमान के मुताबिक जिले में रोजाना करीब सात करोड़ का व्यापार ऑनलाइन हो रहा है। इसमें रोजमर्रा की जरूरत जैसे लंच, डिनर के अलावा कपड़ा, टीवी, फ्रिज, मोबाइल समेत घरेलू और व्यक्तिगत उपयोग की ढेर सारी सामग्री शामिल हैं। इसमें अकेले दो करोड़ से अधिक का इलेक्ट्रानिक कारोबार शामिल है।

व्यापारी बोले-ऑनलाइन कारोबार लील रहा व्यापार
मोबाइल कंपनियां क्रेडिट कार्ड के जरिये आनलाइन बुकिंग पर छूट का आफर देती हैं। दुकानदार क्रेडिट कार्ड से भुगतान से लेता है तो उसमें स्वेपिंग चार्ज लगता है। जबकि ऑनलाइन में ऐसा नहीं है। यही वजह है कि मोबाइल कारोबार आधा भी नहीं बचा है----संदीप मेहरा, अध्यक्ष ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर एसोसिएशन।

आजकल हर किसी के हाथ में एंड्रायड मोबाइल है। कपड़ों के मामले में तो ऑनलाइन बाजार तो महिलाओं के लिए भी कारोबार बन चुका है। कुछ महिलाएं घर बैठे कमाई कर रही हैं। जिन वस्त्रों की खरीद पर छूट ज्यादा होती है, उसे ऑनलाइन मंगवा लेती हैं---नामित गुलाटी, कपड़ा कारोबारी।

बाजार में मंदी का सबसे कारण ऑनलाइन बाजार है। लोन लेकर व्यापारी कारोबार कर रहा है। ऐसे में अगर दुकानदारी नहीं होगी तो छोटे छोटे व्यापारियों को दुकानें बंद करनी पड़ेंगी---अनिल अग्रवाल, जिलाध्यक्ष, संयुक्त व्यापार मंडल।

अपने शहर से ही खरीदारी करने से व्यापारियों का व्यापार बढ़ता है। शहरों में मॉल खुलने से छोटे व्यापारियों का कारोबार प्रभावित हुआ है। इससे भी ज्यादा नुकसान ऑनलाइन खरीदारी से हो रहा है। जल्द इसे लेकर ज्ञापन भी दिया जाएगा--- रामकृष्ण शुक्ला, महानगर अध्यक्ष, व्यापारी सुरक्षा फोरम।

दवाइयों का कारोबार भी ऑनलाइन खूब हो रहा है। बेशक कंपनी वाले एक्सपायरी डेट का माल ही क्यों न भेज दें। ऑनलाइन शॉपिंग से दवाई गलत आ जाए तो मरीज को बहुत दिक्कत होती है। हमारा एसोसिएशन काफी समय से इसको लेकर विरोध कर रहा है---दुर्गेश खटवानी, अध्यक्ष, केमिस्ट एसोसिएशन/ दवा विक्रेता।

बाजार में मंदी का दौर है। कुतुबखाना पुल निर्माण के चलते एक साल से व्यापारी परेशान है। ऊपर से ऑनलाइन बाजार दुकानदारों को नुकसान पहुंचा रहा है। उनका व्यापार प्रभावित हो रहा है---राजेश जसौरिया, महानगर महामंत्री , उप्र उद्योग व्यापार मंडल।

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