लखनऊ: धरना-प्रदर्शन कर बोले कर्मचारी- मुख्यमंत्री की बात भी नहीं मान रहे अधिकारी
लखनऊ, अमृत विचार। सिचाई विभाग के प्रमुख अभियन्ता कार्यालय पर सोमवार को ट्यूबेल टेक्निकल इम्पलाईज एसोसिएशन सिंचाई और जल संससाधन विभाग में कार्यरत कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन भी सौंपा।
संघ के प्रान्तीय अध्यक्ष प्रदीप कुमार त्यागी ने बताया कि विभाग द्वारा लगभग 18 माह से मांगों पर कोई कार्रवाई न कर लटकाया जा रहा है और शासनादेशों का उल्लंघन कर विभाग के तकनीकी कर्मचारियों को मुकदमेबाजी में उलझाया जा रहा है। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री अतुल मिश्रा ने कहा कि प्रदेश के अधिकारी मुख्यमंत्री के आदेशों की अवहेलना कर कर्मचारियों की जायज माँगो को पूरा नहीं कर रहे जिससे कर्मचारी सरकार से नाराज़ है।
उन्होंने सबको आश्वसत किया कि परिषद उनकी माँगो को पूर्ण कराने में अग्रज भूमिका निभाएगी। संघ के प्रान्तीय महामंत्री राजपाल वर्मा ने आक्रोश व्यक्त किया कि अवर अभियंता सेवा नियमावली-2018 में यह व्यवस्था की गयी है कि नलकूप मिस्त्रियों का कोटा 24% से 29% कर दिया जाए। यह नियमावली शासन में पड़ी हुई है। लेकिन आज तक विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
संघ के प्रान्तीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार सिंह ने बताया कि अवर अभियंता यांत्रिक के पद पर पात्र अभ्यर्थियों की पदोन्नति यथाशीघ्र कराकर पद स्थापित कराया जाए। संघ के प्रान्तीय सम्प्रेक्षक संदीप कुमार सिंह ने बताया कि विभाग में पदोन्नति के पद उपलब्ध होने के बाद भी कनिष्ठ वर्ग के कर्मचारियों का कई साल से पदोन्नति नहीं किया गया जबकि शासन का स्पष्ट निर्देश है कि पदोन्नति के कोई पद रिक्त न छोड़ जाए।
संघ के प्रान्तीय कोषाध्यक्ष विनोद सिंह ने अपने नाराजगी व्यक्त करते हुए बताया कि अधीक्षण अभियंताओं/अधिशासी अभियंताओं द्वारा नलकूपों के अनुरक्षण के लिए आवश्यक सामान घटिया व गुणवत्ताहीन खरीद कर उपलब्ध कराया जा रहा है।
धरने में मण्डल अध्यक्ष बृजेश सिंह, हजारी लाल वर्मा, संतोष पाण्डये, अशोक प्रधान, नेत्रपाल सिंह, सत्यवीर शर्मा, छत्रशाल सिंह, विजय बहादुर सिंह सहित अनेक मण्डल मंत्री, जिला अध्यक्ष, जिला मंत्री व प्रान्तीय कार्यकारिणी द्वारा मनोनीत सभी पदाधिकारी सदस्य उपस्थित रहे।
