एआई की होड़

एआई की होड़

तकनीक  का हाथ पकड़कर तेजी से विकसित होती दुनिया के साथ कृत्रिम बुद्धिमता (एआई) मानवीय जीवन का सबसे बड़ा साथी बनता जा रहा है। दुनिया में चारों ओर बदलाव हो रहे हैं, तकनीकी विकास हो रहा है तो इससे युद्ध के तरीकों पर प्रभाव पड़ रहा है। एआई विकसित करने की प्रतिस्पर्धा अब तकनीकी युद्ध का आकार ले रही है। इसकी जद में कई देश आ सकते हैं। पिछले कुछ समय से दुनिया को बदल देने वाली एआई तकनीक के मामले में अमेरिका चीन से आगे निकलने की कोशिश कर रहा है। इजराइल एआई में बड़ा निवेश करने वाला एक और मध्य-पूर्वी देश है।

इजराइली सेना पहली बार गाजा हमले में एआई तकनीक का इस्तेमाल करने जा रही है। पिछले सप्ताह खबरें आईं कि इजराइली रक्षा बल (आईडीएफ) गाजा में हमास के खिलाफ जारी युद्ध में ‘हबसोरा’ नाम की एआई तकनीक का इस्तेमाल कर रहा है। इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बमबारी, निशाना चुनने, हमास के चरमपंथियों के ठिकानों का पता लगाने और पहले से ही मृतकों की संभावित संख्या का अनुमान लगाने के लिए कथित तौर पर किया गया है। पिछले 7 अक्टूबर से ही इजराइल और हमास में भीषण युद्ध चल रहा है। इजराइली सेना के हमले में अब तक गाजा में 17 हजार 700 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। जबकि कई हजार लोग घायल हुए हैं। 

इस बीच इजराइल ने दुनिया का पहला एआई आधारित हमले का प्लान तैयार करके पूरे विश्व को चौंका दिया है। सवाल उठता है कि क्या यही है युद्ध का भविष्य? एआई का युद्ध के सभी स्तरों पर प्रभाव पड़ रहा है, ‘खुफिया, निगरानी और टोही’ गतिविधियों से लेकर ‘घातक हथियार प्रणालियों’ के लिए इसका इस्तेमाल हो रहा है जिसके जरिए मानव हस्तक्षेप के बिना निशाना बनाकर हमला किया जा सकता है। आईडीएफ की हबसोरा प्रणाली भी इसी तरह काम करती है। क्या मानव की सहायता के लिए विकसित की गई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस उसी के विनाश का कारण बन सकती है।

जानकारों के मुताबिक लोकतांत्रिक और निरंकुश सरकार वाले देशों के बीच संघर्ष की एक नई वजह बन सकती है। एआई जीवन के हर क्षेत्र में तकनीकी क्रांतिकारी बदलाव लाएगी। तकनीक को समझना भविष्य के युद्धों की तैयारी करने का और उन्हें लड़ने के चक्रव्यूह का एक हिस्सा है। प्रौद्योगिकी द्वारा लाए गए संरचनात्मक बदलावों को स्वीकार करना और लागू करना पूरी तरह से दो अलग-अलग कार्य हैं। यानि भविष्य में चुनौतियां असामान्य होने वाली हैं। मानवता के लाभ के लिए एआई को सावधानीपूर्वक विकसित किया जाना चाहिए।