कासगंज: कोडिन युक्त कफ सिरप की कर रहे थे अनाधिकृत रूप से आपूर्ति, औषधि विभाग ने की बड़ी कार्रवाई
कासगंज में तीन के विरुद्ध परिवाद दर्ज, दवा विक्रेताओं में मचा हुआ है हड़कंप
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कासगंज, अमृत विचार। कोडिन युक्त सिरप की अनाधिकृत रूप से आपूर्ति करने के मामले में औषधि विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई की है। बिना दस्तावेजों के ट्रांसपोर्ट करने, क्षमता से अधिक सिरप रखने एवं मानकों का ध्यान न रखने के मामले में वैसे तो प्रदेश के 24 दवा विक्रेताओं पर कार्रवाई हुई है। इनमें कासगंज के तीन दवा विक्रेता भी शामिल हैं। इनके विरुद्ध सीजीएम न्यायालय में औषधि विभाग ने परिवाद दर्ज कराया है। विभाग की इस कार्रवाई से करवाई बची हुई है।
कोडीन युक्त सिरप का कारोबार हापुड़, बनारस सेहत प्रदेश के कई जिलों में फैला हुआ है। इसकी कार्रवाई की शुरुआत हापुर से हुई है। हापुड़ में विशेष अभियान चलाकर जांच हुई थी। उसमें पाया गया कि कासगंज के दवा विक्रेता भी अनाधिकृत रूप से कोडिंग युक्त दबाए दवाओं की आपूर्ति कर रहे हैं।
इसकी रिपोर्ट हापुड़ प्रशासन ने कासगंज प्रशासन को दी। इस पर मामले की जांच औषधि विभाग ने की। जांच में पाया गया कि चार फर्में संदिग्ध हैं, जिनमें तीन फर्में अनाधिकृत रूप से कोडीन युक्त सिरप की आपूर्ति करती हैं। उनके विरुद्ध आपूर्ति निरीक्षक ने सीजेएम न्यायालय में परिवाद दर्ज कराया है।
बांग्लादेश में है इसकी मांग
औषधि विभाग के अधिकारियों की माने तो सीमा पर अपराधी जो पहले मवेशी तस्करी के जरिए आसानी से पैसा कमाते थे। वे सिरप का कारोबार कर रहे हैं। इस खांसी सिरप को पीने से नशा हो जाता है। इसका नशे में इस्तेमाल किया जा रहा है।
इन फार्मो पर हुई कार्रवाई
मैसर्स आरुषि मेडिकल एजेंसी कासगंज, मैसर्स डोली मेडिकल एजेंसी कासगंज, मैसर्स फार्मा एजेंसी कासगंज, शिव फार्मा कासगंज के विरुद्ध कार्रवाई हुई है।
पूर्व में ही सीजेएम न्यायालय में तीन फर्मों के विरुद्ध परिवार दायर कराया जा चुका है और उनके दस्तावेज भी परखे जा चुके हैं। यह गलत तरीके से कोडीन युक्त सिरप की आपूर्ति कर रहे थे--- रमेश यादव, औषधि निरीक्षक।
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