बरेली: किसानों का बढ़ेगा बोझ, आलू भंडारण के लिए करनी होगी जेब ढीली

बरेली: किसानों का बढ़ेगा बोझ, आलू भंडारण के लिए करनी होगी जेब ढीली

बरेली, अमृत विचार: खाद, बीज, पेट्रोल और डीजल पर महंगाई से किसान पहले से परेशान हैं। अब उन्हें कोल्ड स्टोरेज में आलू भंडारण पर भी अधिक जेब ढीली करनी पड़ेगी। हाल ही में लखनऊ में कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन की बैठक में आलू भंडारण के दाम बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। इसके बाद 10 से 30 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ाया जाना तय हुआ है।

आगरा, अलीगढ़ समेत कई जिलों में आलू भंडारण शुल्क में वृद्धि की जा चुकी है। 25 फरवरी से जिले में दाम बढ़ाए जा सकते हैं। अब तक आलू 250 से 270 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से किराये पर रखा जा रहा था, उसके लिए किसानों को अब 290 रुपये चुकाने होंगे। जिले में 28 कोल्ड स्टोर हैं। जहां 1 फरवरी से लेकर 30 नवंबर तक आलू भंडारण होता है। उद्यान विभाग के आंकड़ों में जिले में करीब आठ हजार हेक्टेयर में किसान आलू की खेती करते हैं। जिससे 1.45 लाख एमटी उत्पादन होता है।

उत्पादन और भंडारण क्षमता में हुआ इजाफा
जिला उद्यान अधिकारी पुनीत पाठक ने बताया कि जिले में पिछले साल आलू का उत्पादन सवा लाख मीट्रिक टन था। इस बार करीब बीस हजार मीट्रिक टन उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है। इस बार भंडारण की क्षमता भी बढ़ी है।कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन के अध्यक्ष हरि प्रकाश अग्रवाल का कहना है कि कोल्ड स्टोर का शुल्क स्थानीय स्तर से नहीं बल्कि इसका निर्णय कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन के राष्ट्रीय स्तर पर तय होता है। बिजली, डीजल आदि में महंगाई लगातार बढ़ रही है। इसे देखते हुए जल्द ही मामूली शुल्क बढ़ाया जा सकता है।

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