हल्द्वानी: अब्दुल मलिक के पनहगारों पर भी होगी कार्रवाई

हल्द्वानी: अब्दुल मलिक के पनहगारों पर भी होगी कार्रवाई

हल्द्वानी, अमृत विचार। बनभूलपुरा कांड में मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक को पुलिस ने घटना के 17 वें दिन गिरफ्तार कर लिया। घटना के बाद से ही अब्दुल मलिक पर शक की सुई उठने लगी थी। पुलिस जांच आगे बढ़ी तो अब्दुल मलिक ही घटना का मुख्य आरोपी निकला।

पुलिस से बचने के लिए मलिक घटना की रात से ही फरार हो गया। पुलिस को पता चला कि अब्दुल मलिक ने अपनी हैसियत के दम पर देश भर के कई रसूखदारों से संबंध बना रखे। इतने दिनों तक वह इन्हीं लोगों के यहां शरण लेकर बचता रहा।

पुलिस ने बताया कि अब्दुल मलिक घटना के दिन हल्द्वानी में ही था। दंगा भड़कने के तुरंत बाद वह फरार हो गया। सबसे पहले वह दिल्ली गया। इसके बाद वह गुजरात पहुंचा। पुलिस उस तक नहीं पहुंच पाए इसलिए वह हमेशा अपने ठिकाने बदलता रहा। गुजरात में कुछ दिन रूकने के बाद वह मुंबई पहुंच गया। मुंबई के बाद वह चंडीगढ़ के लिए निकल गया और वहां अपना डेरा जमा लिया। चंडीगढ़ के बाद वह भोपाल पहुंचा।

भोपाल के बाद वह दोबारा दिल्ली आ गया। अब्दुल मलिक के पास करोड़ों रुपये की चल और अचल संपत्ति है। कई बड़े राजनीतिक चेहरों से उसके संबंध है। इसके अलावा अन्य रसूखदारों में लोगों में उसकी अच्छी पकड़ है। मलिक इन 17 दिनों में किसी भी होटल, लॉज, धर्मशाला में नहीं रूका। उसे पता था कि पुलिस ने सभी जगह अलर्ट जारी कर रखा है। साथ ही बनभूलपुरा कांड के बाद अब्दुल मलिक पूरे देश में चर्चित चेहरा बन गया है।

ऐसे में अगर वह किसी होटल, लॉज आदि जगहों में रूकेगा तो पहचाने जाने का डर है। इसलिए उसने अपने परिचितों, रिश्तेदारों के यहां रूकने की योजना बनाई। इतने दिनों तक वह अपने परिचितों और संबंधियों के यहां पर ही रूकता रहा। इस वजह से पुलिस उसे इतने दिनों तक पकड़ नहीं पाई। पुलिस ने अब ऐसे लोगों की सूची बनानी शुरू कर दी है जिन लोगों ने अब्दुल मलिक को अपने यहां शरण दी थी। पुलिस का कहना है कि अब्दुल मलिक बनभूलपुरा कांड के बाद चर्चित हो गया था। इसके बावजूद अगर उसे किसी ने भी अपने यहां शरण दी है तो उन पर पुलिस की कार्रवाई होगी।