Kanpur: घंटाघर से बाबूपुरवा तक बने एलिवेटेड रोड, मंडी शुल्क में हो संशोधन...कारोबारियों ने उठाई ये मांग...जानें

Kanpur: घंटाघर से बाबूपुरवा तक बने एलिवेटेड रोड, मंडी शुल्क में हो संशोधन...कारोबारियों ने उठाई ये मांग...जानें

कानपुर, अमृत विचार। थोक कारोबारी बाजारों में लगने वाले जाम को व्यापार में सबसे बड़ी बाधा मानते हैं। शहर की बिगड़ी यातायात व्यवस्था और जाम की वजह से उनका कहना है कि 60 फीसदी कारोबार खत्म होने की कगार पर पहुंच गया है। इस समस्या के समाधान के साथ घंटाघर से बाबूपुरवा तक एलिवेटेड रोड बनाई जानी चाहिए। सरकार से मंडी शुल्क में संशोधन की मांग करते हुए कारोबारियों ने कहा कि कृषि कानून को राज्यवार लागू कर मंडी शुल्क 0.25 किया जाना चाहिए।

कलक्टरगंज बाजार में गुरुवार को अमृत विचार समाचार पत्र के साथ संवाद में थोक कारोबारियो ने मुखर होकर अपने मुद्दे रखे। भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश वरिष्ठ महामंत्री ज्ञानेश मिश्रा, ब्रजेन्द्र नाथ, अनिल कुमार गुप्ता, विजय कुमार गुप्ता, रुद्र कुमार, पवन गुप्ता, हर्ष कुमार गुप्ता, संजय गुप्ता, हरीश चंद्र जायसवाल, प्रकाश गुप्ता व सत्य प्रकाश गुप्ता ने कहा कि कलक्टरगंज थोक मंडी में शहर का सबसे सस्ता धंधा होता है। 

लेकिन जाम और अव्यवस्थित यातायात से आज यह बाजार पतन की ओर जा रहा है। कलक्टरगंज के साथ नयागंज, मूलगंज, जनरलगंज, बिरहाना रोड बाजारें भी जाम से कराह रही हैं। हालात यह है कि शहर के दक्षिण इलाके से नजदीक होने के बाद भी वहां का कारोबारी यहां आना पसंद नहीं करता है। 

यदि घंटाघर से बाबूपुरवा चौराहे तक एलिवेटेड रोड बना दिया जाए तो उससे टाटमिल से घंटाघर तक लगने वाले जाम से छुटकारा मिल सकेगा। शहर के दक्षिण इलाके का ग्राहक और कारोबारी आसानी से थोक मंडियों तक पहुंच सकेगा। इससे ग्राहक, बाहर से आने वाले कारोबारी और बाजार में बैठे कारोबारी तीनों को ही लाभ होगा। 

‘बैरियर’ की भी हो समीक्षा

जाम से परेशान कारोबारियों ने हाल ही में बाजारों में बंद किए गए डिवाइडर पर भी अपनी आवाज बुलंद की। कारोबारी पवन गुप्ता, आनंद कुमार, नवनीत गुप्ता, मनोज गुप्ता, मनोज गुप्ता, प्रेमचंद्र गुप्ता ‘बउआ’, सतीश चंद्र गुप्ता ने कहा कि बाजार के जाम को दुरुस्त और बेहतर यातायात के लिए प्रशासन की ओर से हाल ही में डिवाडर के कट पर ‘बैरियर’ लगाए गए हैं। यह बैरियर घंटाघर चौराहे पर भी लगाए गए हैं। 

इनसे थोड़ा सुधार तो हुआ है लेकिन कई जगह पर गलत बैरियर लगे हुए हैं। इससे जहां बैरियर लगाए गए हैं वहां पर तो स्थिति बेहतर हुई है। इसके उलट अब कट बंद होने वाले स्थान के बजाए थोड़ा आगे जाकर जाम लगने लगा है। इससे कारोबारियों को एक नई तरह की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। 

हटना चाहिए झकरकटी बस अड्डा

कारोबारियों ने कहा कि झकरकटी बस अड्डा और उससे टाटमिल चौराहा पर लगने वाले जाम से सबसे ज्यादा थोक बाजारें प्रभावित है। झकरकटी बस अड्डे को मौजूदा जगह से हटाकर कहीं दूसरे स्थान पर शिफ्ट किया जाना चाहिए। 

ऑनलाइन कारोबार पर बने नियम

कारोबारी सौरभ गुप्ता, मनीष गुप्ता व निखिल गुप्ता ने बताया कि ऑनलाइन कारोबार को लेकर  सरकार को नियम बनाने चाहिए। यदि सरकार ऑनलाइन कारोबार पर नकेल नहीं कस पा रही है तो आम व थोक कारोबारियों के लिए भी नियम में छूट देने का काम करना चाहिए। 

राज्यवार लागू हो कृषि कानून

कारोबारियों ने कहा कि पूरे देश में एक साथ कृषि कानून को लागू किए जाने के बजाए राज्यवार इस कानून को लागू किया जाए। कृषि कानून में कुछ संशोधन भी होना चाहिए। मंडी शुल्क को 0.25 कर थोक कारोबारियों को राहत पहुंचाना चाहिए। व्यापार पर अतिरिक्त मंडी टैक्स व वहां पर होने वाले खर्च की कमी से मिलने वाली सहूलियत से व्यापार बढ़ेगा और सरकार के टैक्स में भी इजाफा होगा।  

सड़क व सफाई नहीं

कारोबारियों ने यह भी बताया कि कलक्टरगंज बाजार में सफाई और सड़क तक नहीं है। इससे व्यापारियों को भारी परेशानी होती है। बरसात में बाजार में स्थिति और भी खराब होती है। बाजार में नालियों की व्यवस्था भी नहीं है। यदि चूहों के बिल न हो तो बरसात का पानी बाजार से बाहर न जा सके। 

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