सुलतानपुर: हर 14 मिनट पर बस मिलने का दावा, फिर भी यात्री परेशान, महकमा बेखबर

सुलतानपुर: हर 14 मिनट पर बस मिलने का दावा, फिर भी यात्री परेशान, महकमा बेखबर

सुलतानपुर, अमृत विचार। बीते 22 जनवरी को अयोध्या में हुए भव्य व दिव्य राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर दर्शनार्थियों का उत्साह बढ़ता ही जा रही है। दर्शनाथियों को सुगम यात्रा के लिए सरकार के निर्देश पर निगम की बसों का फेरा बढ़ाया गया है। फिर भी बसों के इंतजार में इस धूप में दर्शनार्थी भटक रहे हैं। महकमा है बेखबर बना हुआ है।

अयोध्या में बढ़ते श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए परिवहन निगम द्वारा कागज़ों में हर 14 मिनट पर सुलतानपुर से अयोध्या के लिए बस जायेगी। इसके लिए निगम द्वारा हर 14 मिनट पर अयोध्या जाने वाली 25 बसों का शेड्यूल जारी किया है। पर, बुधवार को पड़ताल के दौरान हकीकत उलट ही दिखी। दोपहर के करीब दो बजे कड़ाके की धूप में दूर दराज से आने वाले श्रद्धालु बसों के लिए इंतजार करते नजर आए। महकमा यात्रियों की परेशानियों को लेकर बेखबर है।

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प्रयागराज से अयोध्या जा रहे दर्शनार्थियों की टोली राम नेवाज, सीतापत्ती, शिव सहाय, गुलाबा देवी सहित अन्य लोगों ने बताया कि करीब आधे घंटे से बस में बैठे हैं। सवारी भी है फिर भी बस नहीं जा रही है। जौनपुर से सुलतानपुर आए गुरुप्रसाद ने बताया कि अयोध्या जाने के लिए आधे घंटे से ज्यादा इंतजार किया तो जाकर बस मिली है। वहीं, निगम का दावा है कि हर 14 मिनट पर अयोध्या के निगम द्वारा 25 अनुबंधित बसे लगाई गई है जो सुबह 5 बजे से रात्रि 12 बजकर 20 मिनट तक संचालित होगी।

कादीपुर के लिए हर 15 मिनट में है बस

लखनऊ बलिया राजमार्ग से कादीपुर जाने के लिए हर 15 मिनट पर बस संचालित करने का दावा है। इसके लिए विभाग द्वारा 23 बसों द्वारा सुबह 6 बजकर 45 मिनट से शाम 7 बजकर 15 मिनट तक बसों का संचालन किया जा रहा है। लेकिन निगम के दावे सही साबित नहीं हो पा रहे हैं। कादीपुर के बुजुर्ग राम अवतार ने बताया कि घंटे भर से बस के इंतजार में धूप में खड़े थे। अब बस आई है तो बैठने जा रहे हैं। मुकदमे की पैरवी करने दीवानी आए राम भरोस ने बताया कि अब बस मिलने में दिक्कत हो रही है। पहले इतनी दिक्कत नहीं होती थीं। आधे घण्टे में बस मिल ही जाती थी। अब इंतजार करना पड़ता है।

बसों का संचालन नियम से ही किया जाता है। कभी सवारी न होने पर बिलंब हो सकता है। यात्रियों को असुविधा न हो इसका पूरा ध्यान रखा जाता है..., नागेंद्र पांडेय, एआरएम रोडवेज।