बरेली: थाना प्रभारी-दरोगा समेत सभी आरोपियों के मामले में लगी एफआर, जानें मामला

पीड़ित पक्ष ने कोर्ट में लगाई आपत्ति, हाफिजगंज क्षेत्र का मामला

बरेली: थाना प्रभारी-दरोगा समेत सभी आरोपियों के मामले में लगी एफआर, जानें मामला

बरेली, अमृत विचार। हाफिजगंज के तत्कालीन थाना प्रभारी चेतराम वर्मा, दरोगा सज्जन सिंह समेत पांच लोगों के खिलाफ मारपीट और लूट की दर्ज रिपोर्ट में पुलिस ने फाइनल रिपोर्ट लगा दी। पीड़ित पक्ष ने कोर्ट में आपत्ति लगाकर विरोध जताया है। पीड़ित का कहना है कि पहले पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज की लेकिन फाइनल रिपोर्ट लगा दी।

गांव सिथरा निवासी अनिल वाल्मीकि ने कोर्ट के आदेश पर 14 अक्टूबर 2023 को तत्कालीन थाना प्रभारी, दरोगा, सिपाही अंकित, हिमांशु और एक अज्ञात सिपाही के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। एफआईआर के मुताबिक वह ऋषिकेश केसरी नीलकंठ महादेव मंदिर के सेवादार हैं। आरोप था कि 29 जून 2023 को उनके परिवार की एक लड़की को उनके परिचित का रिश्तेदार अपने साथ ले गया था। इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। 

आरोप है लड़की को तलाश करने के बाद पुलिस ने उसे परिजनों से नहीं मिलने दिया। विरोध करने पर पुलिस ने उल्टा उन्हीं को हवालात में बंद कर दिया। 25 अगस्त को वह ऋषिकेश से घर लौटे तो दूसरे पक्ष के लोगों ने कहा कि इंस्पेक्टर चेतराम उनकी बिरादरी और दूर के रिश्तेदार भी हैं। आरोप है कि कुछ देर बाद दरोगा सज्जन सिंह अन्य पुलिसकर्मियों के साथ आए और उनकी पिटाई करते हुए गाड़ी में डालकर थाने ले गए। तत्कालीन थाना प्रभारी ने जातिसूचक शब्द बोलते हुए गालीगलौज की। 

सिपाही अंकित और हिमांशु ने एक कमरे में उन्हें बेंच पर लिटाकर पट्टे और डंडे से पीटा। उसके बाद उनका शांतिभंग में चालान कर दिया गया। पिटाई में उनके पैर की हड्डी भी टूट गई। आरोप था कि उनकी जेब में रखे 7,500 रुपये भी सिपाहियों ने निकाल लिए थे। आरोप है कि पुलिस ने मामले में खेल करते हुए फाइनल रिपोर्ट लगा दी। उन्होंने कोर्ट में आपत्ति लगाई है। इस मामले की विवेचना सीओ कर रहे थे। सीओ हर्ष मोदी का कहना है कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है, एक बार देख कर ही कुछ बता पाएंगे।

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