लखनऊ: नवजात बच्चों को हीट स्ट्रोक से बचाने के जानिए उपाय, तेल और पानी से बचाव का सुझाव दे रहे विशेषज्ञ

लखनऊ: नवजात बच्चों को हीट स्ट्रोक से बचाने के जानिए उपाय, तेल और पानी से बचाव का सुझाव दे रहे विशेषज्ञ

लखनऊ, अमृत विचार। जन्म के पहले घंटे से लेकर 6 महीने तक बच्चों को सिर्फ मां का दूध ही पिलाना चाहिए। इससे शरीर का तापमान भी बेहतर रहता है और पानी की कमी भी नहीं होती। 6 महीने से कम उम्र के बच्चे को पानी पीने के लिए नहीं देना चाहिए। मां का दूध पिलाने से बच्चे की हर आवश्यकता पूरी होती है।

इसके अलावा शरीर पर तेल के मालिश भी नहीं करनी चाहिए, इससे शरीर का तापमान बिगाड़ सकता है। यह जानकारी इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक के पूर्व स्टेट प्रेसिडेंट डॉ. संजय निरंजन ने दी है। डॉ संजय निरंजन बताते हैं कि नवजात बच्चों को सिर्फ मां का दूध देने से उनको सभी पोषण मिल जाते हैं। इसके अलावा उन्हें कुछ भी खाने पीने के लिए नहीं देना चाहिए, नहीं तो सेहत को नुकसान पहुंचता है।

वहीं उन्होंने बताया कि अक्सर लोग गर्मी के दिनों में बच्चों की तेल से मालिश करते हैं। इससे बच्चों के शरीर में मौजूद पसीने वाले छिद्र बंद हो जाते हैं। रोम छिद्र बंद होने से शरीर का तापमान अनियंत्रित हो सकता है। ऐसे में तेल के इस्तेमाल से बचना चाहिए इससे बच्चों के शरीर का तापमान व्यवस्थित रहेगा और उसका गर्मी से बचाव हो सकेगा।

गर्मी के दिनों में नवजात बच्चों के लिए सबसे जरूरी ध्यान देने वाली बात उनके कपड़े को लेकर देखनी होती है। जितना कमरे का टेंपरेचर हो उसे हिसाब से बच्चे को कपड़े पहनना चाहिए। धूप और तेज हवा के समय घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए यदि घर के बाहर जाना पड़ रहा है तो बच्चे को पूरा कपड़ा पहना है लेकिन इस बीच यह ध्यान रखें की कपड़ा पतला हो तो ज्यादा बेहतर है। ऐसा करने से बच्चे को हीट स्ट्रोक नहीं होगा। मोटा कपड़ा पहनने से बच्चे का शरीर गर्म हो सकता है।

हालांकि इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि जन्म के शुरुआती दिनों में बच्चों को गर्मी के समय में भी ठंड लग सकती है। ऐसे में मां को बच्चों को अपने सीने से लगा के रखना चाहिए। इससे शरीर का तापमान सामान्य रहता है।

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