बहराइच: मेडिकल की पढ़ाई के नाम पर सैकड़ों छात्रों से करोड़ों ठगे, पढ़िए क्या है पूरा मामला

बहराइच: मेडिकल की पढ़ाई के नाम पर सैकड़ों छात्रों से करोड़ों ठगे, पढ़िए क्या है पूरा मामला

बहराइच, अमृत विचार। जिले के विशेश्वरगंज में स्थित नंद इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन के अभ्यर्थियों से मेडिकल पढ़ाई के नाम पर करोड़ों रूपये की वसूली की गई है। लेकिन न अभी तक छात्रों को दाखिला मिला है और न ही पढ़ाई के लिए कालेज का आवंटन किया गया है। एक वर्ष बीतने पर छात्र छात्राओं ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर प्रदर्शन किया। सभी ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा। सभी ने केस दर्ज करने की मांग करते हुए पैसे वापस दिलाने की मांग की है।

जिले के विशेश्वरगंज में थाना भवन के निकट नंद इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन संस्था का संचालन होता है। यहां पर मेडिकल में विभिन्न कोर्स के लिए अभ्यर्थियों से 30, 50,70 और 80 हजार रूपये एडमिशन के लिए लिया गया। लेकिन काफी समय बीतने के बाद भी न तो छात्र और छात्राओं को स्कूल में पढ़ाई के लिए बुलाया गया और न ही किसी स्कूल में दाखिला मिला। छात्र और छात्राओं का कहना है कि नंद इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन संस्था के प्राचार्य, शिक्षक और अन्य कर्मचारी आजकल करते रहे हैं और लोगों से पैसे की मांग बार बार कर रहे हैं। कोई जवाब न मिलने पर सभी ठगी का अहसास हुआ। इस पर सोमवार को कलेक्ट्रेट धरने के लिए अरुण कुमार और ब्यूटी कसौंधन की अगुवाई में अभ्यर्थी पहुंचे। सभी नंद इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन संस्था के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। सभी का कहना है कि फर्जी तरीके से उन सभी से ठगी की गई है। अभी तक न दाखिला मिला है और न ही स्कूल में प्रवेश। ऐसे में संस्था चलाने वाले लोगों के विरुद्ध केस दर्ज कर सभी का पैसा वापस करवाया जाए। सभी ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर को सौंप कर पैसे की वापसी करवाने और कार्यवाई की मांग की। इस दौरान अंकित कुमार, अंजली, अजीत, सुखदेव, मीना, सुनील, नीरज और वंदना पाल समेत सैकड़ों छात्र शामिल रहे।

यूट्यूब के साथ नानपारा में है शाखा
नंद इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन संस्था में दाखिला के लिए पैसे जमा करने वाले छात्र और छात्राओं ने बताया कि यूट्यूब पर संस्था की ओर से प्रचार प्रसार किया जा रहा है। इतना ही नहीं नानपारा में एक शाखा खोल कर भी अभ्यर्थियों को झूठा झांसा देकर पैसा लिया जा रहा है। इसकी जांच कर कार्रवाई की जाए।

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