अमित शाह के खिलाफ मुकदमा खारिज होना न्याय पालिका पर अप्रत्यक्ष दबाव का नतीजाः वरुण मिश्र

अमित शाह के खिलाफ मुकदमा खारिज होना न्याय पालिका पर अप्रत्यक्ष दबाव का नतीजाः वरुण मिश्र

सुलतानपुर, अमृत विचार। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर अभद्र टिप्पणी के मामले को न्यायालय द्वारा ख़ारिज होने पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता वरुण मिश्र ने कहा कि बिना हमारा पक्ष सुने हुए ही निर्णय कर दिया जाना कहीं से भी न्यायसंगत नहीं है। उन्होंने बयान जारी करते हुए कहा कि जिस प्रकार मामले के निपटारे में न्यायालय द्वारा जल्दबाज़ी दिखाई गई है वह बड़े दबाव की तरफ इशारा करता है। जबकि उस अदालत के न्यायाधीश का तबादला भी हो चुका था। फिर भी इस जल्दबाज़ी का कारण किसी बड़े दबाव की तरफ इशारा कर रहा है।  

यूथ कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष वरुण मिश्र ने विज्ञप्ति जारी कर कहा कि ठीक इसी तरह के केस में राहुल गांधी को इसी अदालत द्वारा तलब कर लिया गया और अमित शाह के विरुद्ध मुकदमा ख़ारिज किया जाना किसी बड़े दबाव की तरफ इशारा कर रहा है। वरुण ने कहा वह चुप नहीं बैठेंगे। ऊपरी अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। अंतिम सांस तक न्याय के लिए लड़ेंगे। 

बताते चले यूथ कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष वरुण मिश्र की ओर से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह व दो अन्य के खिलाफ दायर मानहानि केस में एमपी-एमएलए कोर्ट के मजिस्ट्रेट योगेश यादव ने बुधवार को खारिज कर दिया था। परिवादी को बिना सुने ही कोर्ट ने सीआरपीसी की धारा 203 के प्राविधानों के तहत याचिका चलाने का आधार पर्याप्त न मानते हुए इसे खारिज कर दिया था।

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