Kanpur News: सनिगवां-पिपरगवां रोड पर टू लेन बनाने का काम शुरू, FDR तकनीक से बनेगी सड़क

Kanpur News: सनिगवां-पिपरगवां रोड पर टू लेन बनाने का काम शुरू, FDR तकनीक से बनेगी सड़क

कानपुर, अमृत विचार। एफडीआर तकनीक से बनने वाली 7.50 किलोमीटर लंबी पिपरगवां-सनिगवां रोड का सैंपल बनारस हिंदू विश्वविद्यालय ने पास कर दिया है। मानक के अनुरूप रिपोर्ट आने के बाद कंक्रीट से सड़क का समतलीकरण का कार्य शुरू कर दिया गया है। समतलीकरण होते ही 10 दिन बाद सड़क पर बिटुमिंस सरफेस बिछाने का काम शुरू किया जाएगा। 

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत आने वाली 7.50 किलोमीटर लंबी सनिगवां-पिपरगवां रोड कई वर्षों से जर्जर पड़ी हुई थी। सड़क की दुर्दशा के बाद आए दिन वाहन सवार गिरकर चुटहिल होते थे। सड़क निर्माण न होने से पिपरगवां से सनिगवां मार्ग पर पड़ने वाले करौली, बघारा, कुइयांहार, कुरियां समेत अन्य गांवों की लगभग 30 हजार की आबादी को भारी समस्या का सामना करना पड़ता था। 

पीडब्ल्यूडी (पीएमजीएसवाई) ने आगरा की देव कांस्ट्रक्शन कंपनी को 2.50 करोड़ की लागत से सड़क निर्माण का टेंडर जारी किया था। सड़क पर ट्रैफिक लोड और भारी वाहनों के आवागमन आसानी से हो सके, इसके लिए पीडब्ल्यूडी ने मार्ग को एफडीआर (फुल डेप्थ रिक्लिमेशन) तकनीक से बनाने की योजना तैयार की थी। 

विभाग ने एफडीआर तकनीकी से सड़क बनाने के लिए 100 मीटर के हिस्से पर पत्थर, सीमेंट, केमिकल सहित अन्य तत्वों को मिलाकर जांच के लिए सैंपल बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) भेजा था, जो कि मानक के अनुरूप पाया गया है। इसके बाद पूरी सड़क एफडीआर पद्धति का प्रयोग किया गया। साथ ही सड़क पर कंक्रीट बिछा कर समतलीकरण का कार्य शुरू कर दिया गया है। समतलीकरण का कार्य पूरा होते ही सड़क पर बिटुमिंस सरफेस का काम शुरू किया जाएगा। 

यह है एफडीआर तकनीक

एफडीआर (फुल डेप्थ रिक्लिेमेशन) पद्धति से मार्ग को सही करने के लिए अत्याधुनिक मशीन का प्रयोग होता है, जो पुराने मैटेरियल के साथ छोटे व बड़े बोल्डर को मिक्स करने के बाद मशीन से इसकी पेस्टिंग की जाती है। इस तरह सड़क की पूरी सतह तैयार होती है। इसके बाद पिच कार्य होगा। एफडीआर तकनीक से सड़कों का निर्माण फास्ट ट्रैक मोड पर होता है। तकनीक से सड़कों की लागत में कम खर्च आता है।

ट्रायल के रूप में सड़क का 100 मीटर का हिस्सा एफडीआर तकनीक से तैयार कर बीएचयू भेजा गया था। सैंपल रिपोर्ट मानक के अनुरूप पाई गई है। इसके बाद सड़क के निर्माण में तेजी लाई गई है। सड़क एफडीआर पद्धति से तैयार हो गई है। कंक्रीट से समतलीकरण का कार्य कराया जा रहा है। 10 दिनों में बिटुमिंस सरफेस का काम शुरू कर दिया जाएगा।- दिलीप कुमार, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी पीएमजीएसवाई

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