Kanpur: सभी टेंडर निरस्त; अब फेडरेशन चलाएगा पराग डेयरी, सौंपा गया इतने करोड़ का एस्टीमेट...
50 हजार लीटर प्रतिदिन दूध का था उत्पादन, 50 वर्षों से अधिक पुराना है प्लांट
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कानपुर, अमृत विचार। पराग डेयरी को निजी हाथों में सौंपने लिए डाले गए सभी टेंडर निरस्त कर दिए गए हैं। डेयरी का संचालन प्रादेशिक कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन (पीसीडीएफ) करेगा। इसके लिए फेडरेशन ने पराग डेयरी से एस्टीमेट के साथ ही प्लान मैप तैयार करने के निर्देश दिए हैं। वर्षों से बंद पड़ी पराग डेयरी फैक्ट्री लाइसेंस, प्रदूषण, ब्वॉयलर व जल दोहन जैसे संसाधनों की एनओसी लेने के लिए जुट गया है। लोकसभा चुनाव के बाद डेयरी से दुग्ध व दुग्ध उत्पाद शुरू होने की उम्मीद है।
50 वर्षों से अधिक पुराना साकेत नगर स्थित पराग डेयरी प्लांट में रोजाना 50 हजार लीटर प्रतिदिन दूध का उत्पादन किया जाता था। प्लांट की जर्जर मशीनों के कारण तत्कालीन सपा सरकार के कार्यकाल में पराग डेयरी में 25 एकड़ की भूमि पर 166 करोड़ की लागत से नए प्लांट का निर्माण कराया गया था। प्लांट का निर्माण गुजरात की आईडीएमसी कंपनी ने किया था।
प्रादेशिक कॉपरेटिव डेयरी फेडरेशन के निजीकरण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी थी। जिसमें 25 अक्टूबर तक सहकारी डेयरी फेडरेशन, अर्ध सकारी डेयरी प्रसंस्करण व विपणन संगठन से प्रस्ताव का मांगा गया था। जिसमें अमूल, मदर डेयरी व सुधा डेयरी का प्रमुखता से नाम सामने आया था, जिसमें डेयरी को लेने वाली कंपनी को 13.50 करोड़ रुपये सालाना देने थे। इसपर कोई कंपनी आगे नहीं आई। जिसके बाद सभी टेंडर निरस्त कर दिए गए हैं। अब पीसीडीएफ लखनऊ से ही पराग डेयरी का संचालन कराया जाएगा।
इसके लिए पीसीडीएफ ने पराग डेयरी से प्लांट संचालन का एस्टीमेट मांगा है, जिस पर डेयरी प्रशासन ने प्लांट का प्लान मैप तैयार कर फेडरेशन को सौंपा है। साथ ही फैक्ट्री संचालन की एनओसी, भूजल दोहन, एलडीओ भंडारण, पीईएसओ अनुमोदन, प्रदूषण बोर्ड से सीपीओ एनओसी, ब्वॉयलर फायरिंग के लिए एनओसी के लिए डेयरी संघ ने ऑनलाइन आवेदन करा दिए हैं। साथ ही 25 करोड़ की एस्टीमेट फेडरेशन को सौंपा गया है।
नए डेयरी के संचालन के लिए फेडरेशन ने एस्टीमेट मांगा था। 25 करोड़ का एस्टीमेट सौंप दिया गया है। बंद पड़े प्लांट के संचालन के लिए सभी विभागों से अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया गया है। प्रादेशिक डेयरी फेडरेशन के माध्यम से प्लांट संचालित किया जाएगा।- दिनेश कुमार त्रिपाठी, प्रभारी प्रशासन, पराग डेयरी संघ
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