अखिलेश यादव का आरोप- भाजपा सरकार ‘गरीब विरोधी’, भ्रष्टाचार और लूट चरम पर

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Published By Deepak Mishra
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लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर ‘गरीब विरोधी’ होने का आरोप लगाते हुए कहा कि हर विभाग में व्यापक भ्रष्टाचार हो रहा है। यादव ने यहां एक बयान में दावा किया कि मनरेगा योजना को कमजोर करने के लिए जानबूझकर जॉब कार्ड डिलीट किए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए अतिरिक्त वित्तीय बोझ राज्यों पर डाल रही है। यादव ने कहा कि भाजपा विकसित भारत का सपना दिखा रही है लेकिन वर्तमान में गरीब और अमीर के बीच की खाई बढ़ती जा रही है।

उन्होंने कहा, “भाजपा राज में नफरत, महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार बेतहाशा बढ़ रहे हैं, बाकी सब घट रहा है तो फिर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) कैसे बचेगी। इसलिए मनरेगा कार्ड डिलीट किये जा रहे हैं। केंद्र ने अपना पल्ला झाड़ते हुए राज्यों पर खर्च का अतिरिक्त बोझ डाल दिया है। सीधे कहें तो भाजपा ‘गरीब विरोधी’ है।”

पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा के शासन में भ्रष्टाचार और लूट चरम पर है। उन्होंने कहा कि हर विभाग और हर कार्य में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है, आम जनता परेशान व त्रस्त है, थाने से लेकर तहसील स्तर तक बिना कुछ लिए-दिए कोई काम नहीं हो रहा है, सरकारी खाद कालाबाजारी में बिक रही है लेकिन सरकार सब कुछ सही होने का दावा कर रही है।

यादव ने कहा, “भाजपा विकसित भारत का सपना दिखा रही है लेकिन वर्तमान में गरीब और अमीर के बीच की खाई बढ़ती जा रही है। प्रतिव्यक्ति आय सरकारी आंकड़ों में ही बढ़ रही है। भूख, बीमारी और कुपोषण के शिकार लोगों की तादाद बढ़ रही है।” उन्होंने कहा, “अब तो बच्चों को भी नई-नई बीमारियां लगने लगी है। स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चौपट है। गरीबों के लिए अलाव नहीं जल रहे हैं। भाजपा को सिर्फ झूठे दावे करने की लत लग गई है।”

यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में जनहित का कोई काम नहीं हो रहा है और उसकी ‘डबल इंजन’ सरकार के इंजन आपस में टकरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी को उम्मीद नहीं थी कि दिल्ली-लखनऊ की लड़ाई यहां तक पहुंच जाएगी।

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