झांसी: आठ लाख से अधिक की लूट को अंजाम देने वाले आरोपियों के पुलिस ने किया गिरफ्तार

झांसी: आठ लाख से अधिक की लूट को अंजाम देने वाले आरोपियों के पुलिस ने किया गिरफ्तार

झांसी। उत्तर प्रदेश में झांसी की नवाबाद थाना पुलिस और स्वाट की संयुक्त टीम ने बैंक के कलेक्शन एजेंट से आठ लाख 61 हजार 855 की लूट को अंजाम देने वाले युवाओं के एक गिरोह के पांच सदस्यों को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से छह लाख 38 हजार रूपये बरामद कर लिये गये हैं।

यहां पुलिस लाइन में इस संबंध में प्रेस वार्ता में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक -नगर (एसपी सिटी) ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि बैंक कलेक्शन एजेंट दीपक शर्मा निवासी केके पुरी कालोनी थाना सीपरी बाजार ने 17 अप्रैल को रात के समय उनके साथ कोंछाभांवर पुल के नीचे हुई लूट की सूचना दी थी।

उन्होंने बताया था कि वह कलेक्शन कर रात साढे नौ बजे के आस पास पैसों से भरा बैग अपनी मोटरसाइकिल की टंकी पर रखकर ला रहे थे ,उसी दौरान कोंछाभावर में पुल के नीचे एक मोटरसाइकिल पर सवार तीन लोगों ने कट मारते हुए उनकी मोटरसाइकिल से झटके से बैग उठा लिया और तेजगति बाइक से मौके से फरार हो गये।

सिंह ने बताया कि घटना के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) के निर्देशन में घटना के खुलासे को लेकर पांच टीमों का गठन किया गया। जांच के दौरान घटना स्थल के आस पास के सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया और पाया गया कि घटना को अंजाम देने में छह लोग शामिल हैं।

घटना स्थल से कुछ दूरी पर एक और मोटरसाइकिल पर सवार तीन लोग उनके साथ जा मिले थे। इस तरह जांच में पता चला कि लूट की इस घटना को किसी एक या दो लोगों ने नहीं बल्कि एक गिरोह ने अंजाम दिया है। इसके बाद से टीमें लगातार आरोपियों की तलाश में लगीं थीं लेकिन लुटेरों पर शिकंजा कसने में सफलता नवाबाद थाना पुलिस और स्वाट टीम को मिली।

मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर टीम ने गिरोह के पांच सदस्यों अंकित अहिरवार (22), आंशिक वर्मा (19),दशरथ अहिरवार (22), विशाल बरार (24) और सागर वर्मा (23) को गिरफ्तार कर लिया गया है लेकिन इस लूटकांड की योजना बनाने वाला मास्टरमाइंड रोहित अहिरवार (24) अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।

उस पर शिकंजा कसने के लिए टीमें लगी हुई हैं। इनके पास से छह लाख 38 हजार रूपये बरामद कर लिए गये हैं। इसके साथ घटना में इस्तेमाल दो मोटरसाइकिलें और अन्य कागजात भी बरामद किये गये हैं। पूछताछ में पता चला कि रोहित भी कंपनियों के लिए कलेक्शन का काम करता था और उसी ने अपने बाकी दोस्तों को लूट का यह प्लान समझाया और उनकी मदद से अंजाम भी दिया।

एसपी सिटी ने बताया कि कुछ लड़के रोहित के इस प्लान में मौज मस्ती के लिए तो कुछ पारिवारिक आर्थिक दिक्कतों के चलते जुड़े। किसी आरोपी का कोई पिछला आपराधिक इतिहास नहीं है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने मात्र 72 घंटों के भीतर ही इस बड़े लूटकांड का खुलासा कर दिया है। इस सफलता के लिए एसएसपी ने टीम को 25 हजार का ईनाम दिये जाने की घोषणा की है।

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