पीलीभीत: अवैध खनन छिपाने को कर दी थी जुताई, नायब तहसीलदार पर हमले के बाद सख्ती, खेत स्वामी पर भी होगी कार्रवाई
पूरनपुर, अमृत विचार: अवैध खनन करने वालों को नायब तहसीलदार पर हमला करना महंगा पड़ गया है। एक एफआईआर नायब तहसीलदार की तरफ से दर्ज की जा चुकी है। वहीं, अब खनन अधिकारी की जांच में भी अवैध खनन की पुष्टि हुई है। यह भी सामने आया है कि साक्ष्य मिटाने के लिए खेत की ट्रैक्टरों से जुताई करा दी गई थी। खनन अधिकारी ने खेत स्वामी पर कानूनी कार्रवाई के लिए अलग से पुलिस को तहरीर दी है।
बता दें कि सेहरामऊ क्षेत्र में अवैध खनन को लेकर लंबे समय से शिकायतें सामने आ रही थी। मगर एक्शन नहीं हो पा रहा था। गुरुवार रात को नायब तहसीलदार जगतपुर के पास अवैध खनन की जांच करने पहुंचे थे। इस दौरान गांव के ही चन्नू उर्फ मोहम्मद मुस्तफा, इकलाक सहित दर्जन भर लोगों ने धारदार हथियार लेकर हमला कर दिया था।
खनन के दौरान लगभग 1200 घन मीटर मिट्टी खेत से निकाली गई। जांच से पहले ही खेत स्वामी ने साक्ष्य मिटाने के लिए ट्रैक्टर हैरो से खेत की जुताई करवा दी थी। नायब तहसीलदार पर हमला करने वाले आरोपियों को बचाने के लिए खेत स्वामी ने उनका सहयोग किया। खनन अधिकारी ने जांच रिपोर्ट तैयार कर अधिकारियों को सौंप दी।
खनन अधिकारी अशोक कुमार ने खेत स्वामी रायपुर बिचपुरी गांव निवासी जुम्मन के खिलाफ सेहरामऊ थाने में तहरीर दी है। उन पर खनन करवाने और साक्ष्य मिटाने का आरोप है। हालांकि नायब तहसीलदार पर हमला करने वाले आरोपी अभी भी पुलिस पकड़ से दूर हैं। उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। सेहरामऊ उत्तरी एसओ प्रकाश सिंह ने बताया कि खनन अधिकारी की ओर से तहरीर मिली है खेत स्वामी का नाम पूर्व में दर्ज किए गए मुकदमे में ही शामिल किया जाएगा।
मौके पर पहुंचकर खनन की जांच की गई है। अवैध रूप से जगतपुर के खेत से मिट्टी निकाली गई। खेत स्वामी ने मिट्टी निकालने के बाद खेत की जुताई कराकर साक्ष्य मिटा दिए। पुलिस को इस संबंध में अवगत करा दिया गया है। कार्रवाई कराई जा रही है--- अशोक कुमार, खनन अधिकारी।
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