अब दुबई के शेख भी खाएंगे बाराबंकी की भिंडी, लौकी और करेला, यूरोपीय देशों में भी जमाई धाक

अब दुबई के शेख भी खाएंगे बाराबंकी की भिंडी, लौकी और करेला, यूरोपीय देशों में भी जमाई धाक

सतरिख/ बाराबंकी, अमृत विचार। जिले में खेती कर उगाया जानेवाला करेला, भिंडी, लौकी और आम अब दुबई के शेख भी खाएंगे। अफसरों की एक टीम ने सब्जियों से भरे वाहन को गांव से हरी झंडी दिखाकर एयरपोर्ट के लिए रवाना किया। एयरपोर्ट से सब्जी दुबई भेजी जाएगी। आपको बता दें कि जिले से कई क्विंटल सब्जी दुबई और यूरोपीय देशों में भेजी जा रही है। इससे सब्जियों की खेती करने वाले किसानों को अच्छी आय हो रही है। यही वजह है कि जिले में अब किसान सब्जियों की खेती में ज्यादा रुचि भी ले रहे हैं।

विकास खंड हरख के लक्ष्मणपुर गांव में राम आसरे एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी के द्वारा मंगलवार को खाड़ी देश दुबई में बिक्री के लिए करेला, लौकी, भिंडी और आम भेजा गया। वाहन को उप कृषि निदेशक श्रवण कुमार, जिला उद्यान अधिकारी महेश कुमार श्रीवास्तव, जिला कृषि अधिकारी राजित राम, अपर जिला कृषि अधिकारी एबी सिंह व वरिष्ठ उद्यान निरीक्षक गणेश चंद मिश्रा ने लक्ष्मणपुर गांव पहुंचकर वाहन को हरी झंडी दिखाया। अफसरों की टीम ने लक्ष्मणपुर तथा सलारपुर गांवो में जाकर बड़े पैमाने पर किसानों द्वारा की जा रही करेला, लौकी, भिंडी और आम की प्रगतिशील खेती देखी। खेती करने के तरीके को समझा। किसानों ने अफसरों को खेती करने का तरीका भी बताया। उन्नतशील खेती देखकर अफसरों की टीम ने किसानों की प्रशंसा की। इसके बाद लक्ष्मणपुर गांव पहुंचकर अफसरों ने करेला भिंडी, लौकी और आम से लदे पिकअप वाहन को लखनऊ स्थित एयरपोर्ट के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

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लक्ष्मणपुर गांव के प्रगतिशील किसान नीरज कुमार पटेल ने बताया कि अधिकारियों के प्रयासों से लौकी, करेला, भिंडी और आम को बिक्री के लिए दुबई देश भेजा जा रहा है। यह हम किसान भाइयों के लिये बहुत गर्व की बात है। उन्होंने अधिकारियों का धन्यवाद देते हुए कहा कि सभी के सहयोग से आज यह काम संभव हो सका है।

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वर्जन-
बीते सालों में दुबई समेत यूरोपीय देशों में सब्जियों की मांग तेजी से बढ़ी है। फल और सब्जियों के निर्यात में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। निर्यात के और बढ़ने की संभावना है। जो जिले के किसानों के लिये काफी अच्छी बात है। किसानों के उत्पाद विदेश में निर्यात होंगे तो उन्हें  मुनाफा भी कई गुना ज्यादा होगा।--महेश कुमार श्रीवास्तव, जिला उद्यान अधिकारी

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