गोंडा: स्कूल भवन से बाहर किए गए लेखा कार्यालय के कर्मचारी, बीएसए के निर्देश पर बीईओ ने कराया बंद

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Published By Deepak Mishra
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फसरों के निर्देशों की अवहेलना करना वित्त लेखा कार्यालय को पड़ा भारी

गोंडा, अमृत विचार। वित्त लेखाधिकारी कार्यालय में कार्यरत अधिकारियों को जिले के आला अफसरों के निर्देशों की अनदेखी करना भारी पड़ गया। लेखा कार्यालय को बीएसए के निर्देश पर बीईओ मुख्यालय ने ताला लगवाकर कार्यालय को बंद करा दिया। यह कार्यालय कंपोजिट स्कूल रानीपुरवा के भवन में वर्षों से संचालित हो रहा था।

कई बार इस कार्यालय को पंतनगर स्थित बीएसए कार्यालय में संचालित करने के लिए निर्देशित किया गया लेकिन यहां के अधिकारी और कर्मचारी मनमानी करते हुए स्कूल भवन में ही कार्यालय संचालन पर अड़े रहे। तत्कालीन सीडीओ रही एम अरुन्नमौलि के निर्देश को भी यहां के कर्मचारियों ने ठेंगा दिया दिया था। बीएसए ने भी लेखाधिकारी को पत्र लिखकर 20 जनवरी तक कार्यालय शिफ्ट करने के लिए कहा लेकिन उनके निर्देश को भी दरकिनार कर दिया गया।

इसके बाद बीईओ मुख्यालय ने स्कूल पहुंचकर लेखा कार्यालय पर ताला जड़ दिया। कार्यालय पर ताला लगा देख कर्मचारियों को चेहरे उतर गए। जिसने भी इस कार्रवाई को देखा उसके मुंह से बरबस ही यह निकल पड़ा कि बड़े बेआबरू होकर तेरे कूचे से हम निकले। बीईओ ने बताया कि लेखा कार्यालय का संचालन अब बीएसए दफ्तर परिसर में बने नए भवन से किया जायेगा। 

बेसिक शिक्षा विभाग के वित्त लेखाधिकारी कार्यालय का संचालन वर्षों से कंपोजिट स्कूल रानीपुरवा के भवन की पहली मंजिल पर संचालित हो रहा था। कार्यालय में पूरे दिन शिक्षकों व कर्मचारियों की आवाजाही से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी। वर्ष 2009-10 में पंतनगर में बीएसए कार्यालय का निर्माण कराया गया तब यही कहा गया था कि वित्त लेखा कार्यालय का संचालन भी यहीं से किया जायेगा।

शिक्षक संगठनों ने भी दोनों कार्यालयों को एक ही परिसर में संचालित किए जाने की मांग की लेकिन तमाम निर्देशों के बावजूद इस कार्यालय को नए भवन में शिफ्ट नहीं किया जा सका। पिछले वर्ष तत्कालीन सीडीओ एम अरुन्नमौलि ने भी लेखाधिकारी को स्कूल से कार्यालय शिफ्ट करने का निर्देश दिया लेकिन उनके निर्देश को भी यहां तैनात रहे अधिकारी ने दरकिनार कर दिया।

पिछले महीने स्कूल के प्रधानाध्यापक ने बीएसए को पत्र लिखकर लेखक कार्यालय को स्कूलों से स्थानांतरित करने की मांग उठाई थी इस पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल तिवारी ने वित्त लेखा अधिकारी को 20 जनवरी तक स्कूल भवन खाली करने तथा लेखा कार्यालय को बीएसए कार्यालय परिसर में बने नए भवन में संचालित करने का निर्देश दिया था। इस निर्देश के बावजूद कार्यालय को शिफ्ट नहीं किया गया इस पर खंड शिक्षा अधिकारी मुख्यालय कोमल यादव ने मंगलवार को लेखा कार्यालय में ताला लगवा दिया। 

गड़बड़ी और घोटालों पर लगेगी लगाम

अनुदानित स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती व उनके वेतन भुगतान को लेकर लेखा कार्यालय हमेशा से विवादों में रहा है। वेतन भुगतान में करोड़ों रुपए के फर्जीवाड़े की जांच एसआईटी कर रही है। शहर के घनी आबादी वाले इलाके में संचालित होने वाले इस कार्यालय पर अफसरों की नजर कम ही पड़ती थी। ऐसे में घोटालेबाज बच निकलते थे, लेकिन अब बीएसए कार्यालय में बने नए भवन में लेखा कार्यालय के संचालन से गड़बड़ियों और घोटालों पर लगाम लग सकेगी।  लेखा कार्यालय में दिनभर जमे रहने वाले अवांछित तत्वों पर भी शिकंजा कसेगा।

 

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