अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति को हुआ कैंसर, प्रधानमंत्री मोदी ने की जल्द स्वस्थ होने की कामना

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Published By Anjali Singh
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नई दिल्ली। संयुक्त राज्य अमेरिका के 82 वर्षीय पूर्व राष्ट्रपति जो बिडेन को प्रोटेस्ट कैंसर हो गया है जो उनकी हड्डियों में फ़ैल गया है, डेमोक्रेट कार्यालय की ओर से रविवार को इसकी घोषणा की गई। प्रेस वार्ता के दौरान कहा गया कि जो बिडेन को urological (पेशाब से संबंधित समस्याएं) के चलते इस बीमारी का पता चला था। जिसके बाद डॉक्टर ने उनके प्रोटेस्ट में एक गांठ होने की बात बताई थी जांच के दौरान ये भी पता चला कि यह उनके शरीर में तेजी स बढ़ रहा है 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की जल्द ठीक होने की कामना 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन के जल्द और पूरी तरह से स्वस्थ होने की कामना की। बाइडन के ‘प्रोस्टेट कैंसर’ से पीड़ित होने की पुष्टि हुई है।

मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘जो बाइडन के स्वास्थ्य के बारे में सुनकर बहुत चिंतित हूं। हम उनके शीघ्र और पूरी तरह से स्वस्थ होने की कामना करते हैं। हमारी प्रार्थनाएं डॉ. जिल बाइडन और उनके परिवार के साथ हैं।’’ 

प्रोस्टेट कैंसर एक सामान्य लेकिन गंभीर बीमारी

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन को प्रोस्टेट कैंसर से ग्रसित हैं और यह उनकी हड्डियों तक फैल गया है। जनवरी में अमेरिकी राष्ट्रपति का पद छोड़ने वाले बाइडेन को शुक्रवार को बीमारी का पता चला, जब उन्होंने पिछले सप्ताह मूत्र संबंधी लक्षणों के लिए एक डॉक्टर को दिखाया था। यह जानकारी रविवार को उनके कार्यालय से एक बयान में दी। डॉक्यटरों के मुताबिक यह कैंसर रोग का ज्यादा आक्रामक रूप है, जिसका ग्लीसन स्कोर 10 में से 9 है। बता दें कि प्रोटेस्ट कैंसर पुरुषों में होने वाला एक सामान्य कैंसर है। यह प्रोटेस्ट ग्रंथि (पुरुषों में पाई जाने वाली एक छोटी ग्रंथि है जो मूत्राशय के ठीक नीचे स्थित होती है) में पाया जाता है। इसका कार्य मुख्यता वीर्य में त्ररल पदार्थ बनाना होता है जो कि शुक्राणुओं को पोषण और संरक्षण देता है।

कैंसर रिसर्च यूके के अनुसार, इसका मतलब है कि उनकी बीमारी को 'हाई ग्रेड' में रखा गया है और कैंसर कोशिकाएं तेजी से फैल सकती हैं। जानकारी के अनुसार, बाइडेन और उनका परिवार उपचार के विकल्पों पर विचार कर रहा है। उनके कार्यालय ने कहा कि कैंसर हॉरमोन-संवेदनशील है, जिसका मतलब है कि इसे नियंत्रित किया जा सकता है। 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, “शुक्रवार को उनमें प्रोस्टेट कैंसर का निदान किया गया, जिसमें ग्लीसन स्कोर 9 (ग्रेड ग्रुप 5) था तथा हड्डी में मेटास्टेसिस था। हालांकि यह रोग का अधिक आक्रामक रूप है, कैंसर हार्मोन-संवेदनशील प्रतीत होता है, जिसके कारण इसका प्रभावी प्रबंधन संभव है।” 

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