Lucknow Zoo में मिलेगा ईको-टूरिज़्म को बढ़ावा प्राणी उद्यान में 1.91 करोड़ रुपए से विकसित होंगी नई सुविधाएं
लगेंगे नए झूले, बांस का फर्नीचर और आधुनिक साइनेज से बदलेगा परिसर का स्वरूप
लखनऊ, अमृत विचार : राजधानी स्थित नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान में ईको-पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग ने 1.91 करोड़ रुपये की परियोजना स्वीकृत की है।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि परियोजना का उद्देश्य जू को अधिक आकर्षक, पर्यावरण-संगत और बच्चों के लिए अनुकूल बनाना है। बताया कि प्राकृतिक वातावरण को और खूबसूरत बनाने के लिए जू में बांस से बना फर्नीचर स्थापित किया जा रहा है। बैठने की व्यवस्था, गज़ेबो-स्टाइल सेटअप और ओपन रेस्टिंग पॉइंट शामिल होंगे। साथ ही, बेहतर नेविगेशन के लिए साइनेज सिस्टम को पूरी तरह आधुनिक स्वरूप दिया जा रहा है। नए दिशा-निर्देश बोर्ड, सुरक्षा संकेत और सूचना पट्ट आगंतुकों की सुविधा बढ़ाएंगे। मंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य लखनऊ जू को विश्वस्तरीय ईको-टूरिज़्म केंद्र के रूप में विकसित करना है। यह परियोजना पर्यावरण-संगत विकास, मनोरंजन और वन्यजीव संरक्षण के उद्देश्य को और मजबूती देगी। उन्होंने बताया कि 1921 में स्थापित यह प्राणी उद्यान उत्तर भारत के सबसे पुराने और लोकप्रिय जू में शामिल है। वर्षों से यह शिक्षा, अनुसंधान और वन्यजीव संरक्षण का प्रमुख केंद्र बना हुआ है। शहर के मध्य स्थित यह जू आज भी लखनऊ की ऐतिहासिक विरासत और पर्यावरणीय चेतना का प्रतीक है।
