कानपुर: पैगम्बर साहब के बताए रास्ते पर करें अमल, फिजूल खर्ची रोककर निकाह को बनाएं आसान
कानपुर, अमृत विचार। दिखावे के लिए तमाम लोग कर्ज लेकर फिजूल खर्ची करके शादी ब्याह धूमधाम से करते हैं। कुछ टाइम बीत जाने के बाद कर्ज की अदायगी के लिए ऐसे लोगों के हाथ तंग हो जाते क्योंकि कमाई इतनी होती नहीं जितना समारोह में खर्च कर दिया। ऐसे में बीवी से तनाव और तलाक तक की नौबत आ जाती है। इसलिए अल्लाह के रसूल पैगम्बर मोहम्मद साहब के बताए रास्ते पर अमल करें। फिजूल खर्ची रोकें और निकाह को आसान बनाएं।
रविवार को मदरसा अशरफुल मदारिस गद्दियाना में आल इंडिया गरीब नवाज कौंसिल द्वारा जश्ने गरीब नवाज मनाया गया जिसमें ये बात गद्दियाना ईदगाह के पेशइमाम एवं कौंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना हाशिम अशरफी ने कही। मौलाना ने कहा कि वायु प्रदूषण बढ़ने की वजह से लाखों लोगों की जान को खतरा पैदा हो गया है।
जानवरों की जिंदगी भी इससे प्रभावित हो रही है। पानी और हवा जहरीली हो गयी है ऐसे में सांस लेना दूभर हो रहा है, तमाम लोग फेफड़ों की बीमारी, खांसी, घुटन, सांस फूलना, दमा,आंखों में जलन, ह्रदय की बीमारियां, सीने में संक्रमण जैसी खतरनाक बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। सर्दी में टायर, प्लास्टिक, बिजली के तार, कूड़ा जलाने से बचें।

इस अवसर पर हाजी सैयद खुर्शीद आलम, जमील खैराबादी, हाजी वसीम खान, हाफिज अब्दुर्रहीम बहराइची, मुफ्ती कासिम मिस्बाही, अब्दुल करीम,शहजाद अहमद, मास्टर शहाबुद्दीन, दिलशाद कानपुरी, मौलाना जाहिर अहमद, हाफिज बहारुद्दीन अशरफी मोहम्मद वासिफ अशरफी, हाजी अरबी हसन,ताजुद्दीन, सुब्बा अली, वासिफ अशरफी आदि थे।
19 दिसंबर से गरीब नवाज हफ्ता मनाया जाएगा
गद्दियाना ईदगाह के पेशइमाम मौलाना हाशिम अशरफी ने कहा कि हर साल की तरह इस साल भी गरीब नवाज हफ्ता 19 दिसंबर से मनाया जाएगा जिसमें शहर के विभिन्न स्थानों पर प्रोग्राम होंगे जिसमें जश्ने गरीब नवाज नाम से जलसे होंगे।
- ख्वाजा गरीब नवाज की तालीम मोहब्बत,सब्र मानवता, अहिंसा, भाईचारा, अखलाक आम करेंगे।
- शहरभर में लंगर किया जाएगा। मरीजों को फल वितरित होगा
- बेसहारा की मदद के लिए लोग आगे आएं।
