NDA की संसदीय दल की बैठक में बोले पीएम मोदी- ऐसा कोई नियम-कानून नहीं होना चाहिए, जो जनता को परेशान करे
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि व्यवस्था सुधारने के नाम पर लोगों को अनावश्यक रूप से परेशान नहीं किया जाना चाहिये। पीएम मोदी ने संसद परिसर में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की संसदीय दल की बैठक में कहा कि नियम और कानून जरूरी है लेकिन व्यवस्था को सुधारने के नाम पर जनता को असुविधा देना उचित नहीं है। किसी भी हाल में लोगों को परेशान नहीं किया जाना चाहिए। किसी भी कानून या नियम में ऐसा प्रावधान नहीं होना चाहिए जिससे आम आदमी को परेशानी हो।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश अब पूरी तरह 'रिफॉर्म एक्सप्रेस' के चरण में है, जहाँ सुधार तेज, स्पष्ट और नागरिक-केंद्रित हैं। उनका कहना था कि सरकार का लक्ष्य लोगों की रोजमर्रा की परेशानियों को दूर करना है, ताकि वे अपनी पूरी क्षमता के साथ आगे बढ़ सकें। बैठक के बाद संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि प्रधानमंत्री ने तीसरी पारी में सुधारों पर जोर दिया है और " अब मोदीजी की 'रिफॉर्म एक्सप्रेस' चल चुकी है और से रूकने वाली नहीं है। सभी हर स्तर पर इसी दिशा में काम करेंगे।",
पीएम मोदी ने बैठक के बाद एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में लिखा कि संसद में राजग सांसदों के साथ हुयी बैठक में सुशासन को मजबूत करने और विकसित भारत के लक्ष्य पर सकारात्मक चर्चा हुयी। बैठक को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार का उद्देश्य अनावश्यक पेपरवर्क और लंबे फार्म की व्यवस्था को समाप्त करना है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि नागरिकों को उनके द्वार पर सेवा मिले और उन्हें बार-बार अपना अपने कागज जमा न करना पड़े।
उन्होंने कहा कि सरकार नागरिकों की जिंदगी आसान बनाने के लिए तेज गति से सुधार कर रही है। बैठक में प्रधानमंत्री ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सराहना करते हुये उन्हें बिहार जीत का शिल्पकार बताया।पीएम मोदी ने कुमार के दसवीं बार मुख्यमंत्री बनने को उन्होंने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने नागरिकों पर भरोसा दिखाते हुए स्व प्रमाणन की सुविधा दी और यह व्यवस्था पिछले दस वर्षों से बिना किसी समस्या के काम कर रही है। संसदीय दल की बैठक में बिहार में गठबंधन की प्रचंड जीत पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को माला पहनाकर सांसदों ने स्वागत किया। यह बैठक संसद के पुस्तकालय भवन में आयोजित हुयी।
