लोकसभा में डिजिटल अरेस्ट की घटनाएं रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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नई दिल्ली। लोकसभा में सदस्यों ने चिंता जाहिर की है कि पुलिस की वर्दी में लुटेरे लोगों को डिजिटल अरेस्ट कर रहे हैं और इसके जरिए उनकी जीवनभर की कमाई को चंद मिनट में ही लूट रहे हैं इसलिए सरकार को इस पर रोक लगाने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।

भाजपा के बृजमोहन अग्रवाल ने लोकसभा में शून्यकाल में आनलाइन लूट का मुद्दा उठाया और कहा कि डिजिटल एरेस्ट कर लोगों की जीवन की पूरी कमाई कुछ ही मिनट में हड़पी जा रही है। लुटेरे पुलिस की वर्दी में आनलाइन होकर डिजिटल एरेस्ट कर रहे हैं। यह बहुत बड़ी चोरी है इस लूट की चपेट में असंख्य लोग आ चुके हैं। 

सरकार से इस दिशा में कदम उठाने की सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि यदि कोई बड़ी रकम किसी खाते से ट्रांसफर होती है तो उसमें से 50 फीसदी रकम को 24 घंटे के लिए जारी नहीं किया जाना चाहिए। इससे कई लोगों को लूट से बचाया जा सकता है। उनका कहना था कि इस डिजिटल एरेस्ट के जाल में ज्यादा बुजुर्ग फंस रहे हैं और उनकी पूरे जीवन की कमाई को आनलाइन लुटेरे चंद मिनट में चपट कर रहे हैँ इसलिए सरकार को डिजिटल स्तर पर होने वाली इस लूट को बचाने के प्रयास करने चाहिए। 

कांग्रेस के जय प्रकाश ने हरियाणा में धान खरीद का मामला उठाया और आरोप लगाया कि धान खरीद में घोटाला हुआ है। हरियाणा में किसानों से जो धान खरीद हुई है उसमें 2389 रुपए प्रति कुंतल की दर से दस लाख किसानों से धान खरीदा गया है। धान की किसानों से जो खरीद हुई है उसमें 400 रुपए प्रति कुंतल वापस लिए गये हैं।

उन्होंने इसे घोटाला बताया और कहा कि लाखों टन धान की खरीद में हुए इस घोटाले का पैसा कहां गया है इसकी जांच होनी चाहिए और बताया जाना चाहिए कि यह पैसा किसकी जेब में गया। आढ़तियों ने सीधे किसानों से धान खरीदा है तो एमएसपी का पैसा कहां गया इसकी व्यापक जांच होनी चाहिए। इसी तरह से बाजरे में भी घोटाला हुआ है। बाजारा 2700 रुपए प्रति कुंतल की दर से किसानों से खरीदा गया है। समाजवादी पार्टी के लक्ष्मीकांत पप्पू निषाद ने राजभर, प्रजापति, निषाद जैसी कुछ जातियों को अनुसूचित जाति का दर्जा देने की मांग की। 

उनका कहना था कि इस समुदाय के लोगों के समक्ष अब रोजगार का संकट खड़ा हो गया है क्योंकि नाव से अब कोई नदी पार नहीं करता है क्योंकि सब नदियों पर पुल बन गये हैँ। इससे निषाद जाति के लोगों को परंपरागत काम पूरी तरह से प्रभावित हो गया है और उनके सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है। 

उनका कहना था कि यदि इस समुदाय के लोगों को अनुसूचित जाति का दर्जा दिया जाता है उन्हें इस समुदाय को मिलने वाली सुविधा का लाभ मिलेगा और रोजगार का संकट काफी कम हो जाएगा। भाजपा के प्रवीण पटेल ने कहा कि उनके संसदीय क्षेत्र से सीधी उड़ानों की संख्या कम हो रही है और गत एक माह में प्रयागराज से बहुत उड़ाने रद्द हुई हैं और उड़ानों की संख्या लगातार घट रही है। 

उनका कहना था कि अब वहां माघ मेला लगने वाला है और बड़ी संख्या में लोग प्रयागराज आएंगे इसलिए प्रयागराज से कोलकाता, देहरादून जैसे शहरों के लिए सीधी उड़ानें होनी चाहिए। उन्होंने प्रयागराज से सीधी उड़ान शुरु करने तथा उड़ानों की संख्या बढाने का केंद्र सरकार से आग्रह किया है। इसके साथ ही उन्होंने प्रयागराज से कार्गो सेवा भी शुरु करने का आग्रह किया है। तेलुगु देशम पार्टी की बायरेड्डी शबरी ने रेलवे पोर्टर का मामला उठाया और कहा कि इन पोर्टर के लिए व्यापक सुविधा की व्यवस्था उपलब्ध कराकर उनको स्थायी किया जाना चाहिए।

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