ISRO का 'बाहुबली' लॉन्च: PM मोदी ने वैज्ञानिकों को दी हार्दिक बधाई, कहा- वैश्विक वाणिज्यिक प्रक्षेपण बाजार में भारत की बढ़ती भूमिका हुई और मजबूत
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को भारत से एलवीएम3 रॉकेट से सबसे भारी उपग्रह को कक्षा में स्थापित करने तथा गगनयान जैसे भविष्य के मिशनों के लिए नींव मजबूत करने पर बधाई दी। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारी सामान ले जाने में सक्षम एमवीएम3 रॉकेट की सफलता ने वैश्विक प्रक्षेपण बाजार में भारत की बढ़ती भूमिका को भी मजबूत किया है। इसरो के एवीएम3 रॉकेट ने अमेरिकी कंपनी ‘एएसटी स्पेस मोबाइल’ के 6.5 टन वजनी ‘ब्लूबर्ड ब्लॉक2’ उपग्रह को कक्षा में स्थापित किया।
https://twitter.com/narendramodi/status/2003677923820335183?s=20
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र में यह एक बड़ी उपलब्धि है। एलवीएम-एम6 का सफल प्रक्षेपण, जिसने भारतीय धरती से प्रक्षेपित किए गए अब तक के सबसे भारी उपग्रह ‘ब्लूबर्ड ब्लॉक-2’को उसकी तय कक्षा में पहुंचाया, यह भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक गौरवपूर्ण उपलब्धि है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह भारत की भारी पेलोड प्रक्षेपण की क्षमता को मज़बूत करता है और वैश्विक वाणिज्यिक प्रक्षेपण बाजार में हमारी बढ़ती भूमिका को और मजबूत करता है।’’ मोदी ने कहा कि एमवीएम3 प्रक्षेपण आत्मनिर्भर भारत की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को भी दिखाता है और उन्होंने मेहनती अंतरिक्ष वैज्ञानिकों व इंजीनियरों को बधाई दी।
उन्होंने कहा, ‘‘अंतरिक्ष की दुनिया में भारत लगातार नई ऊंचाइयों को छू रहा है। भारत के युवाओं की शक्ति से हमारा अंतरिक्ष कार्यक्रम और भी ज्यादा उन्नत और प्रभावशाली होता जा रहा है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘एलवीएम3 ने भारी पेलोड ले जाने का भरोसेमंद प्रदर्शन किया है, जिससे हम गगनयान जैसे भविष्य के मिशन के लिए नींव मजबूत कर रहे हैं, वाणिज्यिक प्रक्षेपण सेवाओं का विस्तार कर रहे हैं और वैश्विक साझेदारियों को गहरा कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह क्षमता और आत्मनिर्भरता को मिला बढ़ावा आने वाली पीढ़ियों के लिए बहुत बढ़िया है।’’
