स्पेशल न्यूज

शबनम

है कश्मीर धरती पे जन्नत का मंज़र…

पहाड़ों के जिस्मों पे बर्फ़ों की चादर चिनारों के पत्तों पे शबनम के बिस्तर हसीं वादियों में महकती है केसर कहीं झिलमिलाते हैं झीलों के जेवर है कश्मीर धरती पे जन्नत का मंज़र यहाँ के बशर हैं फ़रिश्तों की मूरत यहाँ की जु़बाँ है बड़ी ख़ूबसूरत यहां की फ़िजाँ में घुली है मुहब्बत यहाँ की …
साहित्य 

अभी कई और शबनम के गले से दूर है फांसी का फंदा

बरेली, अमृत विचार। प्रेम प्रसंग में परिजनों के मना करने से नाराज अमरोहा के गांव बावनखेड़ी की शबनम ने अपने ही परिवार के सात लोगों को कुल्हाड़ी से काट दिया था। इनमें एक मासूम भी शामिल था। ऐसे दुस्साहसिक और चर्चित हत्याकांड ने वर्ष 2008 में पूरे देश को हिला कर रख दिया था। हत्याकांड …
उत्तर प्रदेश  बरेली 

आजाद भारत के इतिहास में पहली बार किसी महिला को होगी फांसी, अमरोहा में हुए इस जुर्म को सुनकर कांप जाएगी रूह

अमरोहा। उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के बाबनखेड़ी गांव में 14-15 अप्रैल 2008 की रात को प्रेमी के साथ मिलकर अपने परिवार के सात सदस्यों को मौत के घाट उतारने वाली शबनम और उसके प्रेमी सलीम को फांसी दी जाएगी। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राष्ट्रपति ने शबनम और सलीम की दया याचिका खारिज …
उत्तर प्रदेश  अमरोहा