आंध्र प्रदेश के राज्यपाल, मुख्यमंत्री ने लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त किया

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अमरावती। आंध्र प्रदेश के राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन, मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी, विपक्ष के नेता एन चंद्रबाबू नायडू और कई अन्य नेताओं ने महान गायिका और भारत रत्न से सम्मानित लता मंगेशकर के निधन पर रविवार को शोक व्यक्त किया। मंगेशकर का रविवार को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह …

अमरावती। आंध्र प्रदेश के राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन, मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी, विपक्ष के नेता एन चंद्रबाबू नायडू और कई अन्य नेताओं ने महान गायिका और भारत रत्न से सम्मानित लता मंगेशकर के निधन पर रविवार को शोक व्यक्त किया।

मंगेशकर का रविवार को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 92 वर्ष की थीं। राज्यपाल एक संदेश में लिखा, ”लता मंगेशकर देश की सबसे महान गायिका थीं। उन्हें सुर साम्राज्ञी और स्वर कोकिला के नाम से जाना जाता था। उनके निधन से पैदा हुए खालीपन को कभी भरा नहीं जा सकता।” हरिचंदन ने कहा कि संगीत में मंगेशकर के योगदान को भावी पीढ़ियां सदा याद रखेंगी।

उन्होंने मंगेशकर के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री रेड्डी कहा, ”शास्त्रीय और फिल्मी गीतों को गाने वाली लता मंगेशकर ने अपनी आवाज से सात से भी अधिक पीढ़ियों के कानों में रस घोला और राष्ट्र की निर्विवाद एवं अपरिहार्य आवाज बनी रहीं।” मुख्यमंत्री ने कहा कि मंगेशकर के जीवन की किताब के आखिरी पैरा तक उनकी विशिष्टता बरकरार रही और उनका निधन भारतीय संगीत के लिए एक बड़ा नुकसान है।

विपक्ष के नेता नायडू ने ट्वीट किया, ”लता मंगेशकर जी के निधन के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ। भारत की स्वरकोकिला के नाम से मशहूर मंगेशकर के निधन से एक शानदार युग का अंत हो गया, जो भारत के हर घर में गूंजने वाली उनकी सुरीली आवाज का साक्षी बना। भारतीय संगीत में उनका योगदान शाश्वत रहेगा।” तेलुगु फिल्म कलाकार और विधायक नंदामुरी बालकृष्ण तथा जन सेना प्रमुख के पवन कल्याण ने भी मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त किया।

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