अयोध्या: आतंकवाद विरोध दिवस पर युवाओं को ‘आतंकवाद’ के रास्ते से दूर रहने का दिया गया संदेश

अयोध्या: आतंकवाद विरोध दिवस पर युवाओं को ‘आतंकवाद’ के रास्ते से दूर रहने का दिया गया संदेश

अयोध्या। अयोध्या जिले में शनिवार को आतंकवाद विरोध दिवस मनाया गया। इस दौरान जिले के सभी थानों और प्रशासनिक कार्यालयों में तैनात पुलिस के जवान, अधिकारियों और कर्मचारियों ने आतंकवाद और हिंसा का विरोध करने की शपथ ली। साथ ही युवाओं को आतंकवाद और हिंसा के रास्ते से दूर रहने का संदेश दिया गया। जवानों …

अयोध्या। अयोध्या जिले में शनिवार को आतंकवाद विरोध दिवस मनाया गया। इस दौरान जिले के सभी थानों और प्रशासनिक कार्यालयों में तैनात पुलिस के जवान, अधिकारियों और कर्मचारियों ने आतंकवाद और हिंसा का विरोध करने की शपथ ली। साथ ही युवाओं को आतंकवाद और हिंसा के रास्ते से दूर रहने का संदेश दिया गया।

जवानों ने कहा कि हम भारतवासी अपने देश की अहिंसा व सहनशीलता की परम्परा में दृढ़ विश्वास रखते हैं। निष्ठापूर्वक शपथ लेते हैं कि हम सभी प्रकार के आतंकवाद और हिंसा का डटकर विरोध करेंगे। हम मानवजाति के सभी वर्गों के बीच शान्ति, सामाजिक सद्भाव व सूझबूझ कायम करने और मानव-जीवन मूल्यों को खतरा पहुंचाने वाली और विघटनकारी शक्तियों से लड़ने की शपथ लेते हैं।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश पांडेय ने बताया कि देश में हर साल 21 मई को आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य युवाओं को आतंकवाद और हिंसा के रास्ते से दूर करना है। आम लोगों की पीड़ा को उजागर करना और यह दिखाना कि यह कैसे राष्ट्रीय हित के लिए हानिकारक है।

उन्होंने कहा कि आतंकवाद दुनिया का सबसे गहरा जख्म है। आतंकवाद मानवता का सबसे बड़ा दुश्मन माना जाता है। जो न तो धर्म देखता है न ही समुदाय, ये हर वर्ग को कभी न भरने वाला जख्म देता है। आज ही के दिन वर्ष 1991 में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी। इसी कारण से 21 मई के दिन भारत वर्ष में आतंकवाद विरोधी दिवस मनाने की आधिकारिक घोषणा की गई थी।

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