पीलीभीत: डेढ़ लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से उफनाई शारदा, जायजा लेने पहुंचे डीएम

पीलीभीत/कलीनगर, अमृत विचार। बीते 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश से जहां शहर में बाढ़ जैसे हालात हो गए तो बनवसा बैराज से 1.60 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से किनारे बसे गांवों के लोगों की चिंता बढ़ गई। हालात का जायजा लेने के लिए डीएम अपने काफिले के साथ मौके पर पहुंच गए। …

पीलीभीत/कलीनगर, अमृत विचार। बीते 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश से जहां शहर में बाढ़ जैसे हालात हो गए तो बनवसा बैराज से 1.60 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से किनारे बसे गांवों के लोगों की चिंता बढ़ गई। हालात का जायजा लेने के लिए डीएम अपने काफिले के साथ मौके पर पहुंच गए।

डीएम ने बार्डर पर उफनाई शारदा को देखा। इसके अलावा बाढ़ से बचाव के लिए किए गए कार्यों का मौके पर जाकर किया गया निरीक्षण। उन्होंने बाढ़ खंड के अधिकारियों को बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने तहसील कलीनगर क्षेत्र के बाढ़ से बचाव के दृष्टिगत शारदा नदी के किनारे स्थित ग्राम रमनगरा, गभिया क्षेत्र के गांव गोरख डिब्बी के कार्यों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मैप के माध्यम से कराए गए कार्यों की स्थित को जाना।

डीएम ने स्पर का मौके पर जाकर निरीक्षण किया और लगाए गए जीओ बैग की गुणवत्ता को भी परखा। इस दौरान अधिशासी अभियंता ने बताया कि बैग की टेस्टिंग कराई गई है। निर्धारित मानकों के ही जीओ बैगो का प्रयोग किया गया है। उन्होंने गभिया क्षेत्र के अंतर्गत गोरख डिब्बी के किनारे जीओ बैग लगाने के निर्देश दिए।

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा बोल्डर में गैपिंग भरने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही साथ उन्होंने गेज मीटर लगाने के लिए संबंधित को निर्देशित किया। उन्होंने संबंधित अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि नदी में पानी बढ़ने व घटने की जानकारी समय-समय पर उपलब्ध कराई जाए। कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिए गए कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखी जाए।

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