'टी20 क्रिकेट में युवाओं की तरह खेलना मुश्किल', जानें कोच ल्यूक रोंची ने क्या कहा?

' विराट कोहली, केन विलियमसन और रोहित शर्मा जैसे खेल के मौजूदा दिग्गजों के लिए टी20 क्रिकेट में युवाओं की तरह खेलना ‘मुश्किल’ है'

'टी20 क्रिकेट में युवाओं की तरह खेलना मुश्किल', जानें कोच ल्यूक रोंची ने क्या कहा?

आईसीसी विश्व कप में नए, पुराने, ​​धीमे विकेट और अलग-अलग तरह की परिस्थितियां होती हैं। न केवल भारतीय बल्कि हमने भी ऐसा किया है।

वेलिंगटन। न्यूजीलैंड के बल्लेबाजी कोच ल्यूक रोंची ने गुरुवार को कहा कि परिस्थितियां टी20 क्रिकेट में बल्लेबाजों की शैली तय करती हैं लेकिन यह रणनीति आपको परिणाम में नुकसान पहुंचा सकती है, विशेषकर तब जब रूढ़िवादी दृष्टिकोण अपनाया जाता है। सेमीफाइनल में इंग्लैंड से 10 विकेट की हार के बाद टी20 विश्व कप में भारत की लचर बल्लेबाजी के लिए विशेषज्ञों ने आलोचना की थी। पूरे टूर्नामेंट में भारतीय बल्लेबाजों को पावरप्ले में रन बटोरने में संघर्ष करना पड़ा था। रोंची ने भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय की पूर्व संध्या पर कहा, आप उन परिस्थितियों के अनुसार खेलते हैं जो आपके सामने हैं। कभी-कभी लोग सोचते हैं कि हर मैच में ताबड़तोड़ खेल दिखाना है।

उन्होंने कहा, आईसीसी विश्व कप में नए, पुराने, ​​धीमे विकेट और अलग-अलग तरह की परिस्थितियां होती हैं। न केवल भारतीय बल्कि हमने भी ऐसा किया है। कई अन्य टीमें उनके सामने जो स्थिति है उसके अनुसार खेलती हैं और कभी-कभी यह आपके खेल के तरीके के अनुसार रूढ़िवादी होता है। रोंची को लगता है कि खिलाड़ियों को बाद में अहसास होता है कि वे चीजों को अलग तरह से कर सकते थे। उन्होंने कहा, इससे आपको परिणाम में नुकसान हो सकता है। जब आप हारते हैं तो आप सोचते हैं कि हम इसे अलग तरीके से कर सकते थे लेकिन अधिकांश समय परिस्थितियां तय करती हैं कि आपको कैसे खेलना चाहिए और टीम के खिलाड़ी जानते हैं कि उन्हें क्या करना है।

रोंची ने यह भी कहा कि विराट कोहली, केन विलियमसन और रोहित शर्मा जैसे खेल के मौजूदा दिग्गजों के लिए टी20 क्रिकेट में युवाओं की तरह खेलना ‘मुश्किल’ है। उन्होंने कहा, ‘‘यह एक कठिन परिवर्तन है लेकिन वे खिलाड़ी हमेशा बेहतर होने की कोशिश कर रहे हैं, युवा खिलाड़ियों जैसा करने की कोशिश कर रहे हैं। युवा खिलाड़ियों की एक अलग मानसिकता होती है और एक टीम अच्छा करती है जब आपके पास दोनों का मिश्रण होता है। न्यूजीलैंड ने सीनियर खिलाड़ियों मार्टिन गप्टिल और ट्रेंट बोल्ट को अलग-अलग कारणों से छह मैचों की सफेद गेंद की श्रृंखला से बाहर कर दिया हे। टी20 क्रिकेट में लेग स्पिनरों की काफी मांग हैं और न्यूजीलैंड के बल्लेबाज ग्लेन फिलिप्स को लगता है कि युजवेंद्र चहल न्यूजीलैंड दौरे पर भारत के गेंदबाजी आक्रमण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। फिलिप्स ने कहा, टी20 क्रिकेट में हर टीम मैच विजेता बनने के लिए एक लेग स्पिनर की तलाश में है, हमें ईश (सोढ़ी) मिला है, अफगानिस्तान को राशिद खान मिला है और हर टीम को अपने लेग या कलाई के स्पिनर मिल गए हैं और वे हमेशा टीम में हैं। टी20 सर्किट के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी।

 उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि वे (भारत) चहल का अधिक से अधिक उपयोग करेंगे। मैं यह नहीं कह सकता कि टीम का चयन क्या होगा लेकिन मैं कल्पना कर सकता हूं कि वह उनके आक्रमण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। फिलिप्स को लगता है कि चहल की गेंद को दोनों ओर घुमाने की क्षमता से भारत को वेलिंगटन में बड़ा फायदा मिलेगा, जहां शुक्रवार को पहला टी20 खेला जाएगा। उन्होंने कहा, वह विशेष रूप से स्काई स्टेडियम जैसे मैदान में गेंद को दोनों तरफ घुमा सकता है। यदि आप बल्लेबाजों को भ्रम में डाल दो कि गेंद किस ओर घूमेगी तो यह एक बड़ा फायदा है। मुझे लगता है कि वह एकदिवसीय मैच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और टी20 में भी। टी20 विश्व कप समाप्त होने के एक सप्ताह से भी कम समय में भारत और न्यूजीलैंड की टीम आमने सामने होंगी। फिलिप्स मुकाबलों में प्रतिस्पर्धा करने के लिए खुश हैं लेकिन उनका मानना ​​​​है कि गेंदबाज छोटे ब्रेक से कम खुश हैं।