कश्मीर फाइल्स पर जूरी अध्यक्ष की टिप्पणियां 'बीमार मानसिकता' : चुघ
फिल्म को झूठा करार देने वाले लोग मानसिक हताशा से पीड़ित हैं। इस फिल्म के जरिए पूरी दुनिया को इस दुखद और दिल दहला देने वाली घटना के बारे में 32 साल बाद पता चला। इससे स्पष्ट होता है कि कितना भी चाहो सच्चाई को छुपाया नहीं जा सकता।
चंडीगढ़। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव एवं जम्मू कश्मीर प्रभारी तरुण चुघ ने फिल्म द कश्मीर फाइल्स पर भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्मोत्सव की जूरी के अध्यक्ष के वक्तव्य को अभद्र करार देते हुए रविवार को कहा कि यह टिप्पणियां उनकी बीमार मानसिकता का परिचायक हैं। चुघ ने यहां जारी बयान में फिल्म को कश्मीर के दर्द की सर्वश्रेष्ठ सिनेमा अभिव्यक्ति करार देते हुए कहा कि यह वास्तविक और दुखद भी था जो कश्मीरी पंडितों के साथ हुआ।
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फिल्म को झूठा करार देने वाले लोग मानसिक हताशा से पीड़ित हैं। इस फिल्म के जरिए पूरी दुनिया को इस दुखद और दिल दहला देने वाली घटना के बारे में 32 साल बाद पता चला। इससे स्पष्ट होता है कि कितना भी चाहो सच्चाई को छुपाया नहीं जा सकता। गोवा में आयोजित किये गये फिल्मोत्सव के समापन समारोह में जूरी अध्यक्ष इजराइली फिल्मकार नदाव लापिड ने फिल्म को बेहूदा और प्रोपगेंडा करार देते हुए कहा था कि ऐसी फिल्म को ऐसे प्रतिष्ठित फिल्मोत्सव में शामिल नहीं किया जाना चाहिए था।
बाद में विभिन्न मीडिया को दिये इंटरव्यू में उन्होंने स्पष्ट किया कि वह कश्मीर में हुई घटनाओं या लोगों की तकलीफों पर टिप्पणी नहीं कर रहे थे बल्कि फिल्म के प्रस्तुतीकरण व कलात्मक मूल्यों व रचनात्मक पक्षों पर बात कर रहे थे।
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